विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिपः विकास गौड़ा रहे नौवें स्थान पर
भारतीय एथलीटों का विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में निराशाजनक प्रदर्शन जारी है। पदक की सबसे बड़ी उम्मीद डिस्कस थ्रोअर विकास गौड़ा शनिवार को फाइनल में अपने अब तक के सबसे खराब नौवें स्थान पर रहे। फाइनल में 12 खिलाडि़यों ने हिस्सा लिया।
बीजिंग। भारतीय एथलीटों का विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में निराशाजनक प्रदर्शन जारी है। पदक की सबसे बड़ी उम्मीद डिस्कस थ्रोअर विकास गौड़ा शनिवार को फाइनल में अपने अब तक के सबसे खराब नौवें स्थान पर रहे। फाइनल में 12 खिलाडि़यों ने हिस्सा लिया।
एशियन गेम्स के उपविजेता और कॉमनवेल्थ गेम्स के चैंपियन गौड़ा ने 62.24 मीटर की दूरी नापी जोकि उनके इस सत्र के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन (65.75 मीटर) से काफी कम रही। राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन (66.28 मीटर) है। गौड़ा ने गुरुवार को क्वालीफिकेशन में 63.84 की दूरी नापकर फाइनल में जगह बनाई थी।
32 वर्षीय गौड़ा ने पहले प्रयास में 60.28 मीटर की दूरी नापी और दूसरे प्रयास में फाउल कर बैठे। तीसरे प्रयास में वह 62.24 मीटर की दूरी ही नाप सके। इस तरह वह तीन प्रयासों के बाद ही पदक की दौड़ से बाहर हो गए। गौड़ा लगातार तीसरी बार विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचे थे।
महिला रिले टीम हीट में ही बाहर:
महिलाओं की चार गुणा चार सौ मीटर रिले टीम फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर सकी। क्वालीफिकेशन में टिंटू लुका, एम आर पूवम्मा, देबाश्री मंजूमदार और जिस्ना मैथ्यूज की चौड़ी 16 टीमों के बीच 14वें स्थान पर रही। क्वालीफिकेश के हीट-2 में शामिल भारत को सबसे अंतिम स्थान मिला। भारतीय टीम ने तीन मिनट 29.08 सेकेंड में रेस पूरी। यह इस सत्र में उसका अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन है। भारतीय रिले अभी तक कभी भी विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के फाइनल में जगह नहीं बना पाई है और सिलसिला जारी है। प्रत्येक हीट में आठ टीमें शामिल थीं। भारतीय महिला रिले टीम ने 2014 इंचियोन एशियन गेम्स में रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता था। उस टीम में प्रियंका पंवार, मनदीप कौर, लुका और पुवम्मा शामिल थीं।