एशियाई खेल: ट्रायल से पहले ही बवाल शुरू
कॉमनवेल्थ गेम्स की सफलता और नकद ईनामी राशि में हो रही लगातार बढोतरी के बीच कोई भी खिलाड़ी अपना दावा छोडऩे को तैयार नहीं है।
अभिषेक त्रिपाठी, नई दिल्ली। कॉमनवेल्थ गेम्स की सफलता और नकद ईनामी राशि में हो रही लगातार बढोतरी के बीच कोई भी खिलाड़ी अपना दावा छोडऩे को तैयार नहीं है। इसीलिए 19 सितंबर से दक्षिण कोरिया के इंचियोन में होने वाले एशियाई खेलों के ट्रायल से पहले ही बवाल शुरू हो गया है। ओलंपिक पदक विजेता महिला मुक्केबाज मैरी कॉम सहित मुक्केबाज पवित्रा यादव के परिजनों ने एशियाई खेलों के लिए होने वाले निष्पक्ष चयन ट्रायल कराए जाने की मांग की है।
कॉमनवेल्थ गेम्स के ट्रायल्स में पिंकी जांगड़ा से हारने वाली मैरी कॉम ने संकेत दिए कि पिछली बार कुछ गड़बड़ी हुई थी और इस बार ऐसा नहीं होना चाहिए। एशियाई खेलों के लिए मुक्केबाजी के ट्रायल नौ से 11 अगस्त तक होने थे, लेकिन इसे टाल दिया गया। मैरी कॉम ने इसको लेकर भी संदेह जताया है।
एक और महिला मुक्केबाज पवित्रा यादव के परिजन भी निष्पक्ष ट्रायल की मांग कर रहे हैं। कॉमनवेल्थ गेम्स के ट्रायल के दौरान 60 किलोग्राम भार वर्ग में पवित्रा और प्रीति बेनीवाल की बाउट हुई थी, लेकिन प्रीति के चेहरे पर कट आने की वजह से मुकाबला बीच में रोक दिया गया। इसके बाद पवित्रा और एल सरिता के बीच बाउट हुई और पवित्रा को उम्मीद थी कि उनका चयन होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
इस बीच, ग्लास्गो से पहले जिम्नास्टिक्स में हुए बवाल को देखते हुए इस बार इंदिरा गांधी स्टेडियम में
मंगलवार को जिम्नास्टिक्स के ओपन ट्रायल कराए गए। इस दौरान पूरा जिम्नास्टिक्स संघ मौजूद था। यही नहीं भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) के अधिकारी इंद्रजीत पावला ने पूरे ट्रायल की वीडियोग्राफी कराई जिससे कोई भी दिक्कत होने पर खिलाड़ी उसे देख सकें। पिछली बार कॉमनवेल्थ गेम्स की टीम में शामिल किए गए पार्थो मंडल और सिद्धार्थ वर्मा को लेकर बवाल मचा था, जो एशियाई खेलों के लिए हुए ओपन ट्रायल में बाहर हो गए। ग्लास्गो गई टीम के सदस्य आशीष कुमार, राकेश कुमार पात्रा और आदित्य सिंह राणा के साथ अभिजीत शिंदे, चंदन पाठक और धनबहादुर भी इंचियोन जाएंगे। महिला जिम्नास्टिक में दीपा कर्माकर, प्रीति नायक, प्रीति दास, रिचा, बी अरुणा रेडडी और पायल भट्टाचार्य का चयन हुआ है।