रियो ओलंपिक से हट सकता है अमेरिका
लैटिन अमेरिकी देशों में फैले जीका वायरस का खतरा अब रियो ओलंपिक पर भी मंडराने लगा है। ब्राजील में इस साल खेलों का महाकुंभ आयोजित होना है और इसी देश में जीका के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। इसके मद्देनजर अमेरिका अपने एथलीटों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है
न्यूयॉर्क। लैटिन अमेरिकी देशों में फैले जीका वायरस का खतरा अब रियो ओलंपिक पर भी मंडराने लगा है। ब्राजील में इस साल खेलों का महाकुंभ आयोजित होना है और इसी देश में जीका के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। इसके मद्देनजर अमेरिका अपने एथलीटों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है और उसने खेल संघों को एडवाइजरी जारी की है। यूनाइटेड स्टेट्स ओलंपिक कमेटी (यूएसओसी) ने अपने खेल संघों से कहा कि जीका के खतरे को देखते हुए उसे ब्राजील में होने वाले ओलंपिक में अपने खिलाड़ियों को भेजने पर दोबारा विचार करना चाहिए।
पिछले माह के आखिरी सप्ताह में यूएसओसी और अमेरिकी खेल संघों के अधिकारियों के बीच बैठक में मच्छर जनित इस वायरस के बढ़ते खतरे और खिलाडि़यों की सुरक्षा पर चर्चा हुई। इस बैठक में मौजूद दो अधिकारियों ने बताया कि यूएसओसी ने तमाम खेल संघों के अधिकारियों से कहा कि अगर अमेरिकी एथलीट अपने स्वास्थ्य को देखते हुए रियो ओलंपिक में भाग लेने में सहज महसूस नहीं कर रहे हैं तो उन्हें वहां नहीं भेजा जाना चाहिए। यूएसओसी ने कहा कि इस खतरे को ओलंपिक अधिकारी गंभीरता से ले रहे हैं। 2012 में हुए लंदन ओलंपिक में अमेरिका ने सबसे अधिक पदक जीते थे और अगर इस बार वह इसमें भाग नहीं लेता तो रियो ओलंपिक की सफलता पर सवाल उठना लाजिमी है। बताते चलें कि जीका वायरस की चपेट में सबसे अधिक गर्भवती महिलाएं और नवजात बच्चे आ रहे हैं। यह छूने, चुंबन, एक साथ भोजन करने और असुरक्षित यौन संबंध से फैलता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसे वैश्विक स्वास्थ्य आपात घोषित कर रखा है।