15 वेटलिफ्टर पुन: परीक्षण में नाकाम
इंटरनेशनल वेटलिफ्टिंग फेडरेशन (आइडब्ल्यूएफ) ने बुधवार को 15 पूर्व ओलंपियनों के नाम जाहिर किए हैं।
जेनेवा, प्रेट्र। इंटरनेशनल वेटलिफ्टिंग फेडरेशन (आइडब्ल्यूएफ) ने बुधवार को 15 पूर्व ओलंपियनों के नाम जाहिर किए हैं, जो डोप परीक्षण के नमूनों की पुन: जांच के नतीजों में नाकाम रहे। इनमें बीजिंग ओलंपिक की तीन स्वर्ण पदक विजेता भी शामिल हैं।
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आइओसी) द्वारा खेलों में प्रतिबंधित पदार्थ के मामलों के विरोध की एक कोशिश का हिस्सा यह पुन: जांच कार्यक्रम 2008 बीजिंग और 2012 लंदन ओलंपिक पदक विजेताओं पर केंद्रित है। आइडब्ल्यूएफ ने कहा कि उसने इन एथलीटों पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है। इनमें प्रमुख नाम चाओ लेई (75 किग्रा), चेन जेजिआ (48 किग्रा) और लियू चुन होंग (69 किग्रा) हैं। ये तीनों चीनी वेटलिफ्टर बीजिंग ओलंपिक की स्वर्ण पदक विजेता हैं।
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लियू ने तो 2004 एथेंस ओलंपिक में भी स्वर्ण जीता था। इनके अलावा बेलारूस की एंड्रेई रयाबोकु (एथेंस और बीजिंग की रजत विजेता), नतासिया नोविकावा (बीजिंग की कांस्य विजेता) और इरियना कुलेशा (लंदन-कांस्य), कजाखस्तान की मारिया ग्रावोवेत्स्काया (बीजिंग-कांस्य), माया मानेजा (लंदन-स्वर्ण) और इरिना नेकरासोवा (बीजिंग-रजत), रूस की खद्जिलुरात अक्कायेव (एथेंस-रजत, बीजिंग-कांस्य) और दिमित्री लापिकोव (बीजिंग-कांस्य), यूक्रेन की नताल्या डाव्यडोवा (बीजिंग-कांस्य) और ओल्हा कोरोबका (बीजिंग-रजत) भी परीक्षण में नाकाम पाई गई। अजरबेजान की व्लादिमीर सेडोव और निजामी पाशायेव भी डोप टेस्ट में फेल रहीं, लेकिन इन दोनों ने कभी ओलंपिक पदक नहीं जीते।