बिना हाथ पैर के पैदा हुआ ये लड़का आज बन गया है सबका रोल मॉडल
निकोलस वुजिसिक एक 34 वर्षीय सफल प्रेरक वक्ता हैं जिनके जन्म से ही हाथ-पैर नहीं हैं। कई डॉक्टर भी उनके इस विकार को सुधारने में असफल रहे।
जब कभी भी हमारी जिंदगी में कठिनाई का दौर आता है हम अपनी जिंदगी से बेहद निराश हो जाते हैं जबकि सुख और दुख तो जीवन का हिस्सा है। लेकिन आज जिस शख्स के बारे में हम आपको बता रहे हैं उनके बारे में जानकर तो आप अपने जीवन से निराश होना ही छोड़ देंगे।
निकोलस वुजिसिक एक 34 वर्षीय सफल प्रेरक वक्ता हैं जिनके जन्म से ही हाथ-पैर नहीं हैं। कई डॉक्टर भी उनके इस विकार को सुधारने में असफल रहे। जन्म से ही ऐसा जीवन बिताना उनके लिए चुनौतियों भरा रहा। कई बार कुछ प्रश्न भी अक्सर उन्हें परेशान किया करते थे, कि वे दूसरों से अलग क्यों हैं, क्या उनके जीवन कोई उद्देश्य भी है या नहीं। लेकिन उन्होंने कभी इस जीवन से हार नही मानी और हमेशा आम लोगों की तरह जिंदगी को जीने की कोशिश करते रहे।
कई देशों की यात्रा कर चुके निक ने 19 साल की आयु में अपना पहला भाषण दिया। वे अपनी प्रेरणादायी बातों से लोगों को प्रेरित करते हैं। विश्वभर में निक के करोड़ों अनुयायी हैं, जो उन्हें देखकर प्रेरित होते हैं। उन्हें कई पुरस्कार भी मिले हैं। 2007 में निक ने ऑस्ट्रेलिया से दक्षिण कैलिफ़ोर्निया की लंबी यात्रा की, जहां वे इंटरनेशनल नॉन-प्रॉफिट मिनिस्ट्री, लाइफ विथआउट लिम्बस के अध्यक्ष बने। अपनी इस बहादुरी के लिए उन्होंने ऑस्ट्रेलियन यंग सिटीजन अवार्ड भी जीता।
आज वे एक लेखक, संगीतकार, कलाकार हैं और साथ ही फिशिंग, पेंटिंग और स्विमिंग का भी शौक रखते हैं। वे सामान्य व्यक्ति की ही तरह गोल्फ और फुटबॉल खेलते हैं, तैराकी और सर्फिंग करते हैं। लेकिन इससे भी ज्यादा प्रभावित करने वाली बात यह है कि उनका जीवन के प्रति नजरिया और खुशी दुनिया को जिंदगी जीने का तरीका सिखा रही है।
जहाँ हम छोटी-छोटी बातों से परेशान और हताश हो जाते हैं वहीं निक वुजिसिक जैसे लोग हर पल यह साबित करते रहते है कि असंभव कुछ भी नहीं है। जिंदगी द्वारा दी गई हर चीज को खुलेमन से स्वीकार करना चाहिए, चाहे वे मुश्किलें ही क्यों ना हों। मुश्किलें ही वो सीढिय़ां हैं जिन पर चढ़कर कामयाबी और खुशी मिलती है।
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