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दानपेटी में डाला खत 'हे भगवान मेरी शादी पवन से करा दो'

शनिवार को खोली गई भगवान पशुपतिनाथ महादेव मंदिर की दानपेटी से रुपयों के साथ ही कुछ पत्र भी निकले। जिसमें कुछ इस तरह के भाव युवतियों ने लिखे थे- एक लड़की ने लिखा कि 'है भगवान मेरी शादी पवन से करा दो...' दूसरी ने लिखा 'मेरे भाई की शादी करवा

By Rajesh NiranjanEdited By: Published: Sun, 24 May 2015 11:19 AM (IST)Updated: Sun, 24 May 2015 11:39 AM (IST)

मंदसौर। शनिवार को खोली गई भगवान पशुपतिनाथ महादेव मंदिर की दानपेटी से रुपयों के साथ ही कुछ पत्र भी निकले। जिसमें कुछ इस तरह के भाव युवतियों ने लिखे थे- एक लड़की ने लिखा कि 'है भगवान मेरी शादी पवन से करा दो...' दूसरी ने लिखा 'मेरे भाई की शादी करवा दो..'तो एक अन्य लड़की ने लिखा कि 'कुछ ऐसा करो की पापा मुझ पर भरोसा करें'। शनिवार को आधी दानपेटी की गणना की गई। इसमें विदेशी मुद्राओं के साथ 3.57 लाख रुपये निकले। अब बाकी की गणना सोमवार को होगी।

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शनिवार को सुबह भगवान पशुपतिनाथ मंदिर की एक दानपेटी खोलकर उसमें से आधी राशि बाहर निकाली गई। इसका कारण मंदिर प्रबंधक ने शनिवार को बैंक आधे दिन के लिए ही खुलना बताया। दोपहर तक हुई गिनती में 3.57 लाख रुपये निकले, जिन्हें बैंक में जमा करा दिया गया। ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका व कुवैत की मुद्राएं भी प्राप्त हुईं। दानपेटी में रुपयों के साथ-साथ तीन पत्र भी मिले। तीनों ही युवतियों द्वारा लिखे गए थे।

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शोले की बसंती स्टाइल में कही गई बातें

जिस प्रकार शोले में बसंती (हेमा मालिनी) ने भगवान शंकर की प्रतिमा के सामने अपने मनपसंद दूल्हे को लेकर संवाद बोले थे कुछ इसी अंदाज में एक युवती ने पत्र लिखकर भगवान पशुपतिनाथ महादेव की दानपेटी में डाला था। युवती ने भगवान से प्रार्थना करते हुए लिखा कि 'मेरी शादी पवन से करा दो। कोई भी चक्कर चलाकर मेरे पापा का मन बदल दो ताकि वे खुशी से मेरा विवाह पवन के साथ करा दें। मनुष्य जीवन एक बार मिलता है और वह मैं पवन के साथ ही जीना चाहती हूं। जाने-अनजाने में किसी का बुरा हुआ हो तो माफ करो पर इस असमंजस से बाहर निकालो।'

पिता का विश्वास लौटा दो

एक अन्य पत्र में एक युवती ने भगवान से गुहार लगाई कि 'वह नौकरी पाकर कुछ बनना चाहती है। इसलिए मेरी नौकरी लगाने में मदद करो। पूर्व में हुई घटनाओं को पिताजी पूरी तरह भूल जाएं और मुझ पर विश्वास करें। किसी भी तरह भगवान मेरे पिता का विश्वास मुझ पर कायम रखें।' एक अन्य पत्र में एक युवती ने भोलेनाथ से कहा कि ' कैसे भी करके मेरे भाई की शादी जल्द करा दो। उसकी शादी नहीं होने से घर में सभी परेशान हैं।'

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आधी दानपेटी खोली गई

मंदिर प्रबंधक रूपनारायण जोशी ने बताया कि शनिवार होने के कारण बैंक 2 बजे बंद हो जाते हैं। इस कारण दो बजे तक आधी दानपेटी की गणना कर राशि बैंक में जमा कराई गई। अब शेष गणना सोमवार को की जाएगी। दानपेटी से 3.57 लाख रुपए निकले हैं। इसके अलावा आस्ट्रेलिया, अमेरिका और कुवैत की मुद्राएं भी प्राप्त हुई। सोने-चांदी के टुकड़े भी निकले हैं।

[साभार: नई दुनिया]


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