कमसिन लड़कियों ने किराए पर दिये अपने पैर
जब जेब में बहुत ज्यादा पैसे न हों और जरूरतें बहुत ज्यादा हों तो ऐसे में किराया बड़े काम की चीज है। अपना मकान नहीं खरीद सकते तो कोई बात नहीं, किराए पर एक कमरा भी चलेगा
किराए का मकान, किराए का कमरा, किराए की कार, किराए के कपड़े, किराए की कोख वगैरह वगैरह। आप सोचेंगे कि किराया कहां से आ गया। चौंक तो हम भी गए थे जब यह सुना लेकिन किराए की जो कहानी हम आपको बताने जा रहे हैं उसे जानकर आप भी चौंक जाएंगे।
दोस्तों, जब जेब में बहुत ज्यादा पैसे न हों और जरूरतें बहुत ज्यादा हों तो ऐसे में किराया बड़े काम की चीज है। अपना मकान नहीं खरीद सकते तो कोई बात नहीं, किराए पर एक कमरा भी चलेगा, कार का शौक तो बहुत है पर जेब में खरीदने के लिए उतने पैसे भी तो होने चाहिए, कोई बात नहीं कम से कम एक दिन के लिए किराए की कार से अपना वह शौक तो पूरा कर ही सकते हैं। और तो और लेकिन अब तो किराए की कोख भी मिलने लगी है। यह सब तो ठीक है लेकिन क्या आप किराए पर अपने हाथ-पैर दे सकते हैं। आपको अटपटा लगेगा लेकिन यह सच है। चीन में लड़कियों की टोली ने अपने पैर किराए पर दे दिए। लेकिन कैसे? यह और भी मजेदार है। एडवरटाइजमेंट के कई तरीके देखे होंगे आपने लेकिन यह जो तरीका चीन में लड़कियों ने अपनाया वह अपने आपने न कभी देखा होगा, न सुना होगा। एडवरटाइजमेंट के लिए इन कमसिन लड़कियों ने अपनी टांगें ही किराए पर दे दी।
एक सैनिटरी टॉवल के प्रचार के लिए कंपनी ने यह अनोखा तरीका निकाला है। लड़कियों की किराए की इन टांगों पर इस सैनिटरी तौलिए का विज्ञापन लगाया गया है। विज्ञापन के नीचे एक बार कोड भी चिपकाया गया है जिसमें अधिक जानकारी के लिए उपभोक्ताओं को दी गई वेबसाइट पर जाने की सलाह दी गई है।
पहले कंपनी को इस काम के लिए लड़कियां मिलना मुश्किल लगा था लेकिन कॉलेज में उन्हें आसानी से 100 लड़कियां मिल गईं। विज्ञापन के लिए अपने पैरों को किराए पर देने वाली ज्यादातर लड़कियां 19 साल की उम्र की हैं। इतने से काम के लिए अगर उन्हें इसके बदले पैसे मिल रहे हैं तो इसे वे कुछ बुरा नहीं समझतीं। हालांकि वेबसाइट पर इसके पिक्चर्स आने के बाद लोगों की इस पर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं। कई लोग इसे एक शर्मनाक हरकत मान रहे हैं।