एमपी में सांप बेचकर करोड़पति बनने का सपना देख रहे युवा
इंटरनेट पर दोमुंहा सांप की कीमतों से जुड़ी जानकारी इनकी दुश्मन बन गई है। मध्य प्रदेश में पिछले डेढ़ साल में दोमुंहे सांप की तस्करी करते हुए 25 युवक पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं।
भोपाल, (नई दुनिया)। न वह जहरीला होता है, न ही किसी को काटता है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत दो करोड़ रुपये है। इंटरनेट पर दोमुंहा सांप (सेंड बोआ स्नैक) का नाम सर्च करते ही कुछ इसी तरह की जानकारियां सामने आती हैं। कीमत की भ्रामक जानकारी इसकी दुश्मन बन गई है। न केवल इस सांप की पूरी प्रजाति के अस्तित्व पर संकट खड़ा हो गया है, बल्कि इसके चक्कर में पड़कर कई युवक अपना भविष्य भी बर्बाद कर चुके हैं। मध्य प्रदेश में पिछले डेढ़ साल में दोमुंहे सांप की तस्करी करते हुए 25 युवक पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं।
सिर्फ इंटरनेट पर उपलब्ध भ्रामक जानकारी के आधार पर ही कई युवा इस सांप के जरिए करोड़पति बनने का सपना देख रहे हैं। ये बात वन विभाग की एसटीएफ की जांच में सामने आई है। होशंगाबाद और भोपाल वन विभाग की स्पेशल टीम ने इस पर काम किया। सेंड बोआ स्नैक की तस्करी में पकड़े गए सभी 25 आरोपियों से कोई भी खास जानकारी नहीं मिल सकी। युवाओं ने सिर्फ इतना माना कि उन्होंने नेट पर इस सांप की कीमत के बारे में पढ़ा और सपेरों से 500 रुपये तक में ये सांप लेकर ग्राहक खोजने निकल गए। हैदराबाद से आइआइटी का एक छात्र भी इसकी तस्करी के चक्कर में फंस चुका है।
गैर जमानती, तीन साल की सजा
मध्य प्रदेश में सेंड बोआ स्नैक अच्छी संख्या में पाया जाता है। इसकी तस्करी करते हुए पकड़े जाने पर गैर जमानती धाराओं में आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाता है और तीन साल तक की सजा का प्रावधान है। तस्करी ही नहीं, इसे रखना भी कानूनी अपराध है। इंटरनेट पर सेंड बोआ स्नैक को अंतरराष्ट्रीय बाजार में तस्करी के लिए सबसे महंगा सांप बताया जाता है।
वन विभाग के एसटीएफ चीफ रीतेश सिरोठिया ने बताया कि 'सेंड बोआ स्नैक की कालाबाजारी से जुड़ा कोई लिंक अब तक नहीं मिला है। इसे कौन खरीदता है, कहां से सप्लाई होती है और क्या उपयोग होता है, इसके बारे में कुछ भी पता नहीं चल पाया है। ऐसे में इंटरनेट पर दी जाने वाली अधिकांश जानकारियां भ्रामक हैं।'