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वाजपेयी सरकार के बचाव में उतरे यशवंत, कहा- कंधार मामले में नहीं की कोई गलती

वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे यशवंत सिन्‍हा ने दुलत के दावे को खारिज करते हुए कहा कि उन परिस्‍थितियों में लिया गया वह फैसला एकदम सही था। सिन्‍हा ने कहा कि फैसले से पहले हमने सभी दलों से बात की थी।

By Kamal VermaEdited By: Published: Fri, 03 Jul 2015 12:34 PM (IST)Updated: Fri, 03 Jul 2015 04:52 PM (IST)

नई दिल्ली। पूर्व रॉ प्रमुख एएस दुलत के द्वारा किए गए खुलासों के बाद कांग्रेस को भाजपा के खिलाफ इस्तेमाल करने के लिए एक बड़ा मुद्दा मिल गया है। इसी बीच वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे यशवंत सिन्हा ने दुलत के दावे को खारिज करते हुए कहा कि सरकार ने कंधार मामले मेें कोई गलती नहीं की। उन परिस्थितियों में लिया गया वह फैसला एकदम सही था। सिन्हा ने कहा कि फैसले से पहले हमने सभी दलों से बात की थी।

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पूर्व रॉ चीफ के खुलासों के बाद कांग्रेस ने भाजपा के खिलाफ आरोपों की झड़ी लगा दी है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा की कथनी और करनी में फर्क है। वहीं इस मुद्दे पर भाजपा ने कांग्रेस पर पलटवार करना शुरू कर दिया है। भाजपा ने कांग्रेस से पूछा है कि क्या उस वक्त अपहृत विमान के यात्रियों को मरने के लिए छोड़ दिया जना चाहिए था।

कांग्रेस ने 1999 की भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि उसने आतंकी सलाउद्दीन के बेटे के इलाज के लिए अस्पताल में मेडिकल सीट उपलब्ध करवाई। इस दौरान भारत सरकार और पाकिस्तान में रहने वाले हिजबुल मुजाहिद्दीन के आका सलाउद्दीन के बीच लगातार बातचीत हुई थी। इससे उनका देशप्रेम झलकता है।

कांग्रेस नेता अजय कुमार ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि दुलत के दावों के बाद यह बात सामने आ गई कि कंधार कांड से निपटने में सरकार किस तरह से विफल हुई थी और अपहृत विमान आईसी 814 को अमृतसर से जाने की इजाजत दे दी गई थी। इसी वजह से मजबूरन तीन आतंकियों मौलाना मसूद अजहर, अहमद सईद शेख और मुश्ताक अहमद जर्गर को रिहा करना पड़ा।

दुलत के दावों के बाद भाजपा बैकफुट पर जाती दिखाई दे रही है। कांग्रेस के इस वार से बचने के लिए भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि उस वक्त यात्रियों की सुरक्षित वापसी ही एनडीए सरकार की प्रमुखता थी। उन्होंने एनडीए सरकार का समर्थन करते हुए कहा कि जो सही था वही सरकार ने उस वक्त किया था। भाजपा नेता एमजे अकबर ने कांग्रेस से पूछा है कि क्या उस वक्त आईसी 814 के 400 यात्रियों को मरने के लिए छोड़ दिया जना चाहिए था। उन्होंने इस बारे में कांग्रेस से जवाब मांगा है।

अकबर ने कहा कि उस वक्त इस बारे में हाईलेवल मीटिंग में फैसला लिया गया था। इस फैसले से पहले सभी राजनीतिक पार्टियों के साथ बैठकों का दौर चला था और फैसले पर सभी की सहमति के बाद निर्णय लिया गया था। इसकी जानकारी सभी पार्टियों को थी। उन्होंने इस बारे में और गुजरात दंगों पर पीएम मोदी से माफी मांगने की कांग्रेस की मांग को भी सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि इसको कोई प्रश्न ही नहीं उठता है।

पढ़ें: पूर्व रॉ प्रमुख का दावा, कंधार कांड से निपटने में थीं कई खामियां


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