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ऐसे समय में माकन का यह बयान आखिर क्या साबित करता है?

पाकिस्तानी हमले में पांच भारतीय सैनिकों की हत्या को लेकर राजनीति तेज हो गई है। जहां भाजपा इस मसले को लेकर संसद में हंगामा कर रही है, वहीं कांग्रेस ने भाजपा को आइना दिखाते हुए अपनी गिरेबां में झांकने की नसीहत दी है।

By Edited By: Published: Wed, 07 Aug 2013 02:42 PM (IST)Updated: Wed, 07 Aug 2013 05:46 PM (IST)

नई दिल्ली। पाकिस्तानी हमले में पांच भारतीय सैनिकों की हत्या को लेकर राजनीति तेज हो गई है। जहां भाजपा इस मसले को लेकर संसद में हंगामा कर रही है, वहीं कांग्रेस ने भाजपा को आइना दिखाते हुए अपनी गिरेबां में झांकने की नसीहत दी है।

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कांग्रेस के महासचिव व कम्युनिकेशन इंचार्ज अध्यक्ष अजय माकन ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा, अप्रैल 2001 में एनडीए के शासनकाल में बांग्लादेश सीमा पर सीमा सुरक्षा बल के 16 जवानों की हत्या कर दी गई थी, तब वह क्यों चुप रही। उन्होंने कहा कि एनडीए के 1998-2004 के शासनकाल में जम्मू-कश्मीर में 6115 (प्रति वर्ष लगभग 874 लोग) से ज्यादा लोग मारे गए, जो अब तक सबसे ज्यादा है। जबकि यूपीए के शासनकाल में दो दशकों में पिछले वर्ष सबसे कम 15 लोगों की मौत हुई।

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माकन ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में एनडीए के शासनकाल में सबसे ज्यादा 23,603 (प्रति वर्ष 3372) आतंकी घटनाएं हुई। वहीं यूपीए सरकार में दो दशकों में सबसे कम पिछले वर्ष मात्र 220 आतंकी घटनाएं घटीं। उन्होंने कहा कि ये आंकड़े दर्शाते हैं कि हमने जम्मू-कश्मीर में शांति के लिए बेहतर काम किया। भाजपा को अपने शासनकाल के आंकड़े देखकर बात करना चाहिए।

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माकन ने कहा कि भाजपा को सरकार पर उंगली उठाने का कोई हक नहीं है। उसकी गलत नीति के कारण ही आगरा वार्ता विफल हुई और कारगिल में पाकिस्तान ने घुसपैठ की।

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