कौन हैं चीन में प्रतिबंधित उइगर नेता दोल्कुन इशा?
आखिर चीन इस उइगर नेता का क्यों विरोध कर रहा है और इसे चीन में क्यों प्रतिबंधित किया गया है। जानते हैं कौन है ये दोल्कुन इसा ।
नई दिल्ली। चीन के राजनीतिक दबाव के आगे झुकते हुए भारत ने चीन में प्रतिबंधित उइगर नेता दोल्कुन इसा का वीजा रद कर दिया। यहां वे चीन में लोकतंत्र लाने के प्रयास में धर्मशाला में हो रहे सम्मेलन में भाग लेने आ रहे थे। आखिर चीन इस उइगर नेता का क्यों विरोध कर रहा है और इसे चीन में क्यों प्रतिबंधित किया गया है। जानते हैं आखिर ये दोल्कुन इसा है कौन।
• दोल्कुन इसा 1985-89 के दौरान जिनजियांग यूनिवर्सिटी में छात्र नेता थे। उनकी विद्रोही गतिविधियों के कारण यूनिवर्सिटी से निकाल दिया गया।
• यूनिवर्सिटी से निकाले जाने के बाद भी ईसा ने तुर्की से स्वतंत्र छात्र के रूप में पॉलिटिक्स और साइकोलॉजी में पीजी किया।
• चीनी सरकार के खिलाफ बगावती तेवर के कारण ईसा को प्रताड़ित किया जाने लगा. इस वजह से 1997 में वह यूरोप भाग गए।
• 2006 में उन्होंने जर्मनी की नागरिकता ग्रहण कर ली। इसके बाद ईसा वर्ल्ड उइगर कांग्रेस (WUC) का गठन किया।
• WUC चीन से बाहर रहने वाले उइगर कम्युनिटी के लोगों का एक ग्रुप है। ईसा इसके महासचिव हैं।
• ईसा पर चीन के जिनजियांग प्रोविंस में आतंकवादी घटनाओं में शामिल होने और हत्या की साजिश रचने का आरोप है।
• 1997 से वह इंटरपोल की लिस्ट में है। चीन का मानना है कि इन्होंने मुस्लिम बहुल जिनजियांग प्रोविंस में आतंकवाद को बढ़ावा दिया है।
• जिनजियांग में उइगर मुसलमानों की आबादी एक करोड़ से ज्यादा है। इन्हें तुर्किक मूल का मुस्लिम माना जाता है।
• यहां उइगर मुसलमान अलग-अलग मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। चीन ईस्ट तुर्किस्तान इस्लामिक मूवमेंट को आतंकी संगठन मानता है।
• दोल्कुन इसा का कहना है कि पूर्वी तुर्किस्तान और भारत के बहुत पुराने रिश्ते थे। उइगर भारत को प्यार करते हैं।
• उइगर समुदाय की महिलाएं अपनी खूबसूरती के लिए दुनिया भर में जानी जाती हैं। इनमें से ज्यादातर डांसर, मॉडल और एक्टिंग से जुड़ी हैं।