... जब अफसरों पर बरसे केन्द्रीय मंत्री राम विलास पासवान
पासवान अफसरों की हुकुम उदूली पर सवाल दर सवाल दागते हुए चेतावनी भरे लहजे में कहा, 'हर हाल में उनकी हर घोषणा पर अमल महीने भर के भीतर हो जाना चाहिए।'
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। तीन साल की उपलब्धियां गिनाने आये केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान अचानक मंत्रालय के अफसरों पर बिफर गये। खचाखच भरी प्रेस कांफ्रेंस में आमतौर पर शांत रहने वाले पासवान सख्त रूप से सख्त नाराज होकर अपने अफसरों पर जमकर बरसने लगे।
पासवान अफसरों की हुकुम उदूली पर सवाल दर सवाल दागते हुए चेतावनी भरे लहजे में कहा, 'हर हाल में उनकी हर घोषणा पर अमल महीने भर के भीतर हो जाना चाहिए।' इनमें चार प्रमुख घोषणाएं हैं। पहली बोतल बंद पानी समेत अन्य सभी पैकिंग वाले उत्पादों पर आईएसआई मार्क, निर्माण तिथि, एक्सपायरी तिथि और एमआरपी अहम हैं।
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दरअसल, पासवान का गुस्सा एक पत्रकार के चुटकी लेते हुए पूछे सवाल पर भड़का। उसने पूछा, माननीय मंत्री जी आप पिछले कई महीने से लगातार डबल एमआरपी समेत कई मुद्दों पर सुधार की घोषणा कर चुके हैं, लेकिन अमल में एक भी नहीं है। ऐसा क्यों? बस फिर क्या था? मंत्री जी की नाराजगी अपने अफसरों पर फूट पड़ी। सामने पड़ी पानी को बोतल को हाथ में लेकर पहले तो उसे ध्यान से देख और कहा, कहां इस पर बड़े अक्षरों में एक्सपायरी डेट और एमआरपी लिखी है? अफसरों के होश फाख्ता थे।
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उन्होंने जैसे तैसे अपना बचाव किया और कहा उपभोक्ता सचिव ने हाल ही में ज्वाइन किया है। सब जल्दी ठीक हो जाएगा। पासवान ने सख्त लहजे में कहा की सारी एक महीने के भीतर खत्म होनी चाहिए। उन्होंने हालिया अपनी हवाई यात्रा का भी जिक्र किया और बताया कि उस दौरान भी मिली पानी की बोतल पर एक्सपायरी डेट नहीं थी।