ऐतिहासिक होगी लोकसभा में जीएसटी पर वोटिंग, सोमवार को पीएम रखेंगे बात
सोमवार को राज्यसभा से पारित होकर आया जीएसटी विधेयक लोकसभा में पेश होगा। ऐसा माना जा रहा है कि उस दिन खुद प्रधानमंत्री मोदी जीएसटी पर बोलेंगे।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। राज्यसभा से जीएसटी पारित कराने के बाद इस विधेयक को अब लोकसभा से मंजूरी दिलानी होगी। इस मौके को सरकार यादगार बनाने के प्रयास में जुट गई है। कोशिश यह है कि सोमवार को लोकसभा में जीएसटी के समर्थन में ऐतिहासिक वोटिंग हो। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि विपक्ष के शत प्रतिशत सदस्य मौजूद हों और वोटिंग करें। इसके लिए सरकार के वरिष्ठ मंत्री और भाजपा के सभी सचेतकों को जिम्मेदारी दे दी गई है।
जीएसटी को लेकर सरकार फास्ट मोड में है। सोमवार को राज्यसभा से पारित होकर आया विधेयक लोकसभा में पेश होगा। बताते हैं कि उस दिन खुद प्रधानमंत्री भी जीएसटी पर बोलेंगे। उस भाषण में मोदी यह बताने की कोशिश करेंगे कि जीएसटी देश को नई दिशा देने वाला है। लिहाजा इस मुद्दे को दलगत राजनीति से दूर रखते हुए पूरे सदन को एकमत होकर वोट करना चाहिए।
भाजपा सदस्यों को पहले ही ह्विप जारी किया जा चुका है। लोकसभा में सरकार के पास बहुमत भी है। लेकिन सूत्र बताते हैं कि प्रधानमंत्री इसे ऐतिहासिक अवसर बनाना चाहते हैं। लिहाजा सरकार की कोशिश होगी कि अन्नाद्रमुक के 37 सदस्यों को छोड़कर बाकी सांसद मौजूद रहें और सर्वसम्मति से वोट डालें।
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वरिष्ठ मंत्रियों को जिम्मेदारी दी जा चुकी है कि वह विपक्ष के सांसदों से मिलें और उनसे सोमवार को लोकसभा में मौजूद रहने का अनुरोध करें। एक सांसद वाले दलों से भी बातचीत की जा रही है। हर सदस्य से व्यक्तिगत संपर्क हो रहा है। वेंकैया नायडू दक्षिण के राजग सहयोगियों और अन्य नेताओं से बात कर रहे हैं। वित्त मंत्री अरुण जेटली कांग्रेस समेत दूसरे विपक्षी दलों के वरिष्ठ नेताओं से संपर्क साध रहे हैं। सरकार में शामिल दलों के नेताओं को अपने सदस्यों को व्यक्तिगत तौर पर मौजूद रहने का संदेश देने को कहा गया है।
इसका खास ध्यान रखा जा रहा है कि भाजपा का कोई सांसद किसी भी कारण से अनुपस्थित न रहे। संसदीय प्रभारी का काम देख रहे भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने सभी राज्य अध्यक्षों से सुनिश्चित करने को कहा है कि सोमवार को किसी सांसद को किसी भी कार्यक्रम में न रोका जाए। सभी 15 सचेतकों को लगभग डेढ़ दर्जन पार्टी सदस्यों से व्यक्तिगत तौर पर मिलने को कहा गया है। सूत्रों के अनुसार, एंबुलेंस और स्ट्रेचर की भी व्यवस्था रहेगी, ताकि कोई सांसद गंभीर रूप से बीमार न हो तो वह भी वोटिंग में हिस्सा ले।
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