वीजा ऑन अराइवल का नाम होगा वीजा ऑनलाइन
सरकार की पर्यटन पहल 'वीजा ऑन अराइवल' (वीओए) योजना कुछ अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के समझ में नहीं आने के बाद पर्यटन मंत्रालय ने इसका नाम 'वीजा ऑनलाइन' करने का निर्णय किया है। इससे लोगों में फैला भ्रम दूर हो सकेगा। दरअसल, वीओए नाम से पर्यटक को यहां पहुंचने पर वीजा मिलने
नई दिल्ली। सरकार की पर्यटन पहल 'वीजा ऑन अराइवल' (वीओए) योजना कुछ अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के समझ में नहीं आने के बाद पर्यटन मंत्रालय ने इसका नाम 'वीजा ऑनलाइन' करने का निर्णय किया है। इससे लोगों में फैला भ्रम दूर हो सकेगा। दरअसल, वीओए नाम से पर्यटक को यहां पहुंचने पर वीजा मिलने की गारंटी का भ्रम होता है।
मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि पर्यटन मंत्रालय ने इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय से संपर्क किया है। केंद्रीय पर्यटन मंत्री महेश शर्मा ने 'विजिट केरल 2015' योजना की शुरुआत करने के बाद पत्रकारों को बताया, 'हमने इसे वीजा ऑन अराइवल कहा, लेकिन मूलत: यह इलेक्ट्रानिक ट्रैवल ऑथराइजेशन (ईटीए) है।'
ई-वीजा सुविधा 44 देशों के पर्यटकों के लिए उपलब्ध है। इसमें पात्र देशों के आवेदकों को पहुंचने से कम से कम चार दिन पहले ऑनलाइन आवेदन करना होता है, लेकिन इसे 'वीजा ऑन अराइवल' के तौर पर बताने के कारण कुछ अंतरराष्ट्रीय पर्यटक भ्रमित हो गए। उन्होंने समझा कि यहां पहुंचने पर उन्हें वीजा मिलेगा। चूंकि उन्होंने पहले आवेदन नहीं किया था, इसलिए उन्हें लौटना पड़ा।
पर्यटन सचिव ललित के पवार ने कहा, 'वीओए का मुद्दा गृह मंत्रालय के समक्ष उठाया गया है। अब हम इसे वीजा ऑनलाइन कहेंगे। अगर आप वीजा ऑनलाइन कहेंगे तो कोई भ्रम नहीं होगा, क्योंकि आपको इनबॉक्स में वीजा ऑनलाइन मिल जाएगा, इसलिए हम इसे वीजा ऑनलाइन कह सकते हैं।'