सिविल सेवा के लिए महिलाओं को बढ़ावा दे रहा यूपीएससी
लैंगिक समानता को बढ़ावा देने की केंद्र सरकार की नीति के तहत आयोग चाहता है कि ज्यादा से ज्यादा महिला अभ्यर्थी इसके लिए आवेदन करें।
नई दिल्ली, प्रेट्र। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) महिलाओं को सिविल सेवा में आवेदन के लिए प्रोत्साहित कर रहा है। लैंगिक समानता को बढ़ावा देने की केंद्र सरकार की नीति के तहत आयोग चाहता है कि ज्यादा से ज्यादा महिला अभ्यर्थी इसके लिए आवेदन करें।
यूपीएससी वर्ष 2017 की परीक्षा के लिए अधिसूचना जारी कर चुका है। सिविल सेवा परीक्षा तीन चरणों (प्रारंभिक, मुख्य और व्यक्तित्व परीक्षण या साक्षात्कार) में संपन्न होती है। पहले चरण के तहत आवेदन करने की अंतिम तिथि 17 मार्च है। प्रारंभिक परीक्षा 18 जून को होगी। सिविल सेवा के जरिये आइएएस, आइपीएस, आइएफएस, आइएफओएस (वन सेवा) के लिए अधिकारियों का चयन किया जाता है।
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आयोग ने अभ्यर्थियों को जल्द से जल्द आवेदन करने की सलाह दी है, ताकि उन्हें पसंदीदा परीक्षा केंद्र आवंटित हो सकें। प्रारंभिक परीक्षा के लिए देशभर में 72 केंद्र बनाए गए हैं। मनपसंद केंद्र के लिए 'पहले आओ, पहले पाओ' की नीति अपनाई जाती है।
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