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अप्रशिक्षित शिक्षकों को अब ग्रेड सुधारने का भी मिलेगा मौका

डिप्लोमा इन एलिमेंटरी एजुकेशन के तहत 12वीं में 50 फीसदी अंक होना है अनिवार्य..

By Gunateet OjhaEdited By: Published: Sun, 22 Oct 2017 10:20 PM (IST)Updated: Sun, 22 Oct 2017 10:20 PM (IST)
अप्रशिक्षित शिक्षकों को अब ग्रेड सुधारने का भी मिलेगा मौका
अप्रशिक्षित शिक्षकों को अब ग्रेड सुधारने का भी मिलेगा मौका

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। अप्रशिक्षित शिक्षकों को प्रशिक्षण के साथ अब अपनी 12 वीं की ग्रेड को भी सुधारने का मौका मिलेगा। राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) ने स्कूलों में पढ़ा रहे ऐसे सभी अप्रशिक्षित शिक्षकों को यह विकल्प दिया है, जिनका 12 वीं में पचास फीसदी से कम अंक है। यह विकल्प इसलिए दिया गया है, क्योंकि अप्रशिक्षित शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए जो डिप्लोमा कोर्स डिजाइन किया गया है, उनके तहत 12वीं में पचास फीसदी अंक होना अनिवार्य है। इसके बगैर उन्हें डिप्लोमा सर्टीफिकेट जारी ही नहीं हो सकता है।

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एनआईओएस के मुताबिक प्रशिक्षण के लिए देश भर से अब तक करीब 15 लाख अप्रशिक्षित शिक्षकों ने रजिस्ट्रेशन कराया है, उनमें से एक बड़ी संख्या ऐसे शिक्षकों की भी है, जिनका 12वीं में पचास फीसदी से कम अंक है। ऐसे में इनके प्रशिक्षण में अड़चन न आए, इसलिए यह व्यवस्था की गई है। राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक नई व्यवस्था के तहत अप्रशिक्षित शिक्षक प्रशिक्षण के साथ 12वीं में अपने अंक के सुधार के लिए आवेदन कर सकेंगे। इसके विकल्प भी प्रशिक्षण के लिए होने वाले रजिस्ट्रेशन के दौरान ही ऑनलाइन दिखेंगे। इस दौरान अंक सुधार के लिए अधिकतम चार विषयों में आवेदन दिए जा सकते है। साथ ही परीक्षा की तारीख का चुनाव भी अपनी सहूलियत के मुताबिक करने की छूट रहेगी। इनमें किसी परीक्षा बोर्ड का भी बंधन नहीं होगा। एक ही शर्त है कि प्रशिक्षण का सर्टीफिकेट तभी जारी होगा, जब 12 वीं में पचास फीसदी अंक हो जाएगा। देश भर के अप्रशिक्षित शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए जो माड्यूल तैयार किया गया है, उसके तहत सामान्य वर्ग के लिए 12वीं में पचास फीसदी अंक होना जरूरी है, जबकि एससी, एसटी, ओबीसी और दिव्यांगजनों को पांच फीसदी की छूट दी है।

2019 तक सभी अप्रशिक्षित शिक्षकों को देना है प्रशिक्षण

अप्रशिक्षित शिक्षकों को प्रशिक्षित करने की यह सारी कवायद केंद्र सरकार के शिक्षा के अधिकार कानून के तहत शुरु की गई है, जिसके तहत स्कूलों में पढ़ा रहे सभी प्रशिक्षित शिक्षकों को वर्ष 2019 तक प्रशिक्षित करना है। एनआइओएस ने प्रशिक्षिण के लिए एक माड्यूल भी तैयार किया है? हाल ही में देश भर के अप्रशिक्षित शिक्षकों ने इसी माड्यूल पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन भी कराया है।

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