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खजाने की खोज: अब शासन के सम्पर्क में 'सरकार'

उन्नाव [जासं]। राजा राव रामबख्श सिंह के किले से खजाना निकालने के लिए सरकार अब शासन से सम्पर्क कर रहे हैं। संत शोभन सरकार के शिष्य इस बात की पैरवी कर रहे हैं कि खजाना निकालने की शासन से अनुमति मिल जाए। बक्सर आश्रम से जुड़े संत के कई शिष्य आला अधिकारियों और मंत्रियों के संपर्क में हैं। खजाने की खोज में एएसआई

By Edited By: Published: Sat, 23 Nov 2013 10:02 PM (IST)Updated: Sat, 23 Nov 2013 10:03 PM (IST)

उन्नाव [जासं]। राजा राव रामबख्श सिंह के किले से खजाना निकालने के लिए सरकार अब शासन से सम्पर्क कर रहे हैं। संत शोभन सरकार के शिष्य इस बात की पैरवी कर रहे हैं कि खजाना निकालने की शासन से अनुमति मिल जाए। बक्सर आश्रम से जुड़े संत के कई शिष्य आला अधिकारियों और मंत्रियों के संपर्क में हैं।

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खजाने की खोज में एएसआई की नाकामी के बाद खजाना निकालने को संत शोभन सरकार ने पहल की, और ओम बाबा को जेसीबी लेकर खोदाई के लिए भेज दिया था। जिस पर प्रशासन ने रोक लगा दी थी।

पढ़ें : डौंड़ियाखेड़ा में पाबंदी हटते ही खुदाई स्थल पर बढ़ी भीड़

इसके बाद अब संत अपने दावे को सच करने के लिए केंद्र सरकार के साथ प्रदेश सरकार से भी अपने शिष्यों के माध्यम से सम्पर्क कर रहे हैं। यहां तक कि यह संदेश भेजा गया है कि खजाना न निकलने पर कानून सम्मत कार्रवाई को तैयार है। ट्रेजरार एक्ट में खजाने में डीएम का सीधा हस्तक्षेप तब शुरू होता जब खजाना निकल आए। इसी को लेकर संत अब खजाने निकालने की बात कह रहे हैं। उन्होंने कहा है कि जब हम खजाना दे दें तब काम उनकी शर्तो को लागू कर किया जाये।

बक्सर आश्रम से जुड़े सूत्रों की मानें तो शनिवार को लखनऊ में शासन के अधिकारियों और वरिष्ठ मंत्रियों तक संत का संदेशा पहुंचाया जा चुका है। संत के लिए मीडिया का प्रबंधन देखने वाले राजेंद्र तिवारी ने संकेत दिया कि जल्द ही कुछ सकारात्मक परिणाम आ जाएगा।

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संत के मुरीद हैं शिवपाल :

शोभन सरकार ने जब गंगा नदी पर पुल बनवाने का संकल्प लिया था तब सपा की पिछली सरकार में कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव बक्सर आए थे। संत के संकल्प को सरकार ने पूरा किया और शिवपाल सिंह ने पुल का शिलान्यास किया था। यह कयास लगाए जा रहे हैं कि संत की खजाना निकालने की बात शिवपाल तक पहुंच चुकी है।

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