डौंड़ियाखेड़ा में पाबंदी हटते ही खुदाई स्थल पर बढ़ी भीड़
उन्नाव। राजा राव रामबख्श सिंह के किले में खजाने के लिए खुदाई बंद होने के बाद वहां जाने से पाबंदी हटने पर यहां लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। संग्रामपुर ग्राम सभा के लोग किले में खोदे गए दोनों प्वाइंटों को देखने पहुंचे। दिन भर लोगों का आना-जाना लगा रहा। खुदाई के दौरान मिले सामान को रखने के लिए पत्थर से बनाए गए चौ
उन्नाव, जागरण संवाददाता। राजा राव रामबख्श सिंह के किले में खजाने के लिए खुदाई बंद होने के बाद वहां जाने से पाबंदी हटने पर यहां लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।
संग्रामपुर ग्राम सभा के लोग किले में खोदे गए दोनों प्वाइंटों को देखने पहुंचे। दिन भर लोगों का आना-जाना लगा रहा। खुदाई के दौरान मिले सामान को रखने के लिए पत्थर से बनाए गए चौकोर खाने अब भी बने हैं। इनको अलग-अलग रंगों से प्रदर्शित किया गया है। खुदाई स्थल देखने पहुंचने वाले लोगों के बीच अब भी वही खजाने की चर्चा। पूर्वाह्न 11 बजे जब पीएसी ने अपना सामान समेटना शुरू किया तो किले में घूमने आए लोगों को इसकी खबर लगी। किले में खुदाई स्थल पर जाने के लिए पूछा तो किसी ने रोका नहीं। इसके बाद मध्याह्न 12 बजे तक कल्यानपुर, संग्रामपुर, बाबू का शिवाला, भगवानखेड़ा, तनगापुर, बक्सर, मनीराम खेड़ा, ऊंचगांव, जगतपुर, रामनेर, कांटी, मुबारकपुर के अलावा गंगा उस पार से भी लोग किले का खुदाई स्थल देखने पहुंचे।
खुदाई के पहले प्वाइंट से दूसरे प्वाइंट की दूरी करीब 25 फिट है। कहा जा रहा था कि सूर्य की पहली किरण मंदिर में पड़ने के साथ ही त्रिशूल की छाया जहां पड़ती है वहीं खजाना है। एएसआइ ने भी कुछ इसी पर काम किया। एसओ बारा सगरवर सुरेंद्र सिंह ने बताया कि पीएसी के जाने के बाद किले में दिन में दो सब इंस्पेक्टर, 12 सिपाही और रात में एक सब इंस्पेक्टर और आठ सिपाहियों की तैनाती रहेगी। पुलिस फोर्स अग्रिम आदेशों तक तैनात रहेगी। ग्राम प्रधानपति अजयपाल सिंह ने बताया कि सुबह से किले में खोदाई स्थल देखने वालों की भीड़ बनी हुई है। पीएसी जाने के साथ ही एएसआइ की टीम का किले में जो सामान था उसे भी ले गई।
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