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23 घंटे की मुठभेड़ में दो आतंकी ढेर, दो जवान घायल

यहां के अहमदनगर में रविवार शाम को शुरू हुई मुठभेड़ लगभग 23 घंटे बाद सोमवार की शाम को लश्कर के दो नामी कमांडरों छोटा हाफीज और अबु हुजैफा के मारे जाने व उनका ठिकाना बने दो मकानों के क्षतिग्रस्त होने के बाद समाप्त हुई। इस दौरान पुलिस और सुरक्षा बल के दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। मुठभेड़ समाप्त होने के बाद पुलिस को राष्ट्रविरोधी नारेबाजी कर रही भीड़ पर काबू पाने के लिए लाठियों और आंसू गैस का सहारा लेना पड़ा।

By Edited By: Published: Mon, 14 Apr 2014 11:33 AM (IST)Updated: Mon, 14 Apr 2014 08:29 PM (IST)

श्रीनगर [जागरण ब्यूरो]। यहां के अहमदनगर में रविवार शाम को शुरू हुई मुठभेड़ लगभग 23 घंटे बाद सोमवार की शाम को लश्कर के दो नामी कमांडरों छोटा हाफीज और अबु हुजैफा के मारे जाने व उनका ठिकाना बने दो मकानों के क्षतिग्रस्त होने के बाद समाप्त हुई। इस दौरान पुलिस और सुरक्षा बल के दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। मुठभेड़ समाप्त होने के बाद पुलिस को राष्ट्रविरोधी नारेबाजी कर रही भीड़ पर काबू पाने के लिए लाठियों और आंसू गैस का सहारा लेना पड़ा।

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बीते चौबीस घंटों में कश्मीर में अलग-अलग हुई मुठभेड़ों में चार आतंकी मारे गए हैं। रविवार को पुलवामा में सुरक्षाबलों ने नेकां नेता के मकान पर हमले के बाद भाग रहे दो आतंकियों को मार गिराया था।

बीती शाम सुरक्षाबलों ने एक सूचना के आधार पर अहमदनगर सौरा में तलाशी अभियान चलाया था। सुरक्षाबलों ने जैसे ही वहां 90 फुट सड़क पर जमायत-ए-अहल-हदीस मस्जिद के पास तलाशी शुरु की, वहां से गुजर रहे आतंकियों ने उन पर फायरिंग कर दी और पास की गली में अब्दुल मजीद रंगरेज नामक एक शहरी के मकान में दाखिल हो गए थे। रंगरेज राज्य पथ परिवहन निगम [एसआरटीसी] में कार्यरत है। मुठभेड़ बीती शाम छह बजे के करीब शुरू हुई थी। रंगरेज व उसकी बेटी और पत्नी अपने ही मकान में बंधक बना लिए गए थे। रात को दस बजे तक इस मुठभेड़ में एक आतंकी मारा गया था जबकि एक पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गया था।

सोमवार को सुबह छह बजे के करीब पुलिस के जवानों ने मौका पाकर रंगरेज व उसके परिजनों को मुक्त करा लिया। इस बीच, रंगरेज के मकान में आग लग गई और आतंकी ने फायरिंग रोक दी तथा साथ ही में सटे दूसरे मकान में दाखिल हो गया। सुरक्षाबलों ने शाम पौने पांच बजे उसे भी मार गिराया। इस दौरान आतंकी द्वारा फेंके गए ग्रेनेड से हुए धमाके में मकान भी क्षतिग्रस्त हो गया।

आईजीपी कश्मीर अब्दुल गनी मीर ने बताया कि दोनों आतंकी मारे गए हैं और दो पुलिसकर्मी काजी मकसूद व ताजिम घायल हुए हैं। उन्होंने बताया कि मारे गए आतंकियों की पहचान अबु हुजैफा सिंधी और छोटा हाफीज के रूप में हुई है। दोनों पाकिस्तान के रहने वाले थे। इस बीच, स्थानीय लोग आतंकियों के समर्थन में देश विरोधी नारेबाजी करते हुए वहां जमा हो गए। उन्होंने सुरक्षाकर्मियों पर पथराव भी शुरु कर दिया। स्थिति को काबू करने के लिए पुलिस को हल्का लाठीचार्ज और आंसूगैस के गोलों का सहारा लेना पड़ा।

बिलाल मौलवी को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू

श्रीनगर। सुरक्षाबलों ने कश्मीर में सोमवार को हसनवानी-पुलवामा में लश्कर के जिला कमांडर बिलाल मौलवी व उसके साथियों की धरपकड के लिए घेराबंदी कर ली है। इस बीच, पांपोर और ºियु में हड़ताल के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पों में चार लोग जख्मी हो गए। स्थानीय लोगों ने रविवार को नेकां नेता के मकान पर हमले में मारे गए आतंकियों के शवों की मांग के समर्थन में हड़ताल की थी।

पुलिस को सूचना मिली है कि लश्कर-ए-तैयबा का स्थांनीय जिला कमांडर बिलाल मौलवी पुलवामा से करीब पांच किलोमीटर दूर हसनवानी गांव में देखा गया है। पुलिस ने उसी समय आरआर और सीआरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर बिलाल मौलवी को जिंदा अथवा मुर्दा पकडने के लिए हसनवानी की घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया। खबर के लिखे जाने तक तलाशी अभियान जारी था, लेकिन आतंकी कमांडर का कोई सुराग नहीं मिला था। पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि नेकां नेता के मकान पर हमले के बाद मारे गए लश्कर के आतंकी अबु जार और उस्मान गौरी के शव का पोस्टमार्टम किया जाना जरुरी है।

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