ताशी-नुंग्शी ने माउंट विंसन पर भी फहराया तिरंगा
दून की मशहूर पर्वतारोही जुड़वा बहनें ताशी-नुंग्शी ने अपने अभियान टू फॉर सेवन के आखिरी पड़ाव अंटार्कटिका की सबसे ऊंची चोटी माउंट विंसन पर तिरंगा फहराकर एक और रेकॉर्ड अपने नाम कर लिया। अब ताशी-नुंग्शी माउंट विंसन और विश्व की सात सबसे ऊंची चोटियां फतह करने वाली विश्व की पहली
देहरादून [जासं]। दून की मशहूर पर्वतारोही जुड़वा बहनें ताशी-नुंग्शी ने अपने अभियान टू फॉर सेवन के आखिरी पड़ाव अंटार्कटिका की सबसे ऊंची चोटी माउंट विंसन पर तिरंगा फहराकर एक और रेकॉर्ड अपने नाम कर लिया। अब ताशी-नुंग्शी माउंट विंसन और विश्व की सात सबसे ऊंची चोटियां फतह करने वाली विश्व की पहली जुड़वा बहनें बन गई हैं।
माउंट विंसन फतह करने के बाद ताशी-नुंग्शी द सेवन सबमिट क्लब 'हॉल ऑफ फेम्स में शामिल हो गई हैं। उनकी इस सफलता के लिए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बधाई देते हुए कहा कि ताशी-नुंग्शी ने उत्तराखंड सहित भारत का नाम रोशन किया है।
ताशी-नुंग्शी ने जब 16 दिसंबर को स्थानीय समयानुसार शाम चार बजे 16 हजार फीट ऊंची चोटी माउंट विंसन पर कदम रखा तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। चोटी पर कदम रखते ही उनके मुंह से निकला कि ...आह सेफ गल्र्स चाइल्ड का हमारा सपना पूरा हो हुआ। उन्होंने अपनी खुशी को रेकॉर्ड कर वेबसाइट पर अपलोड किया है।
ताशी-नुंग्शी की माउंट विंसन की चढ़ाई उम्मीद के मुताबिक आसान नहीं थी। आठ घंटे की कठिन चढ़ाई के बाद मौसम खराब होने के कारण माउंट विंसन की चोटी से पहले बने बेस कैंप उन्हें रुकना पड़ा। लेकिन, कुछ ही देर बाद मौसम साफ हो गया और वे अपनी सपने के आखिरी पड़ाव की ओर बढ़ चले।
उल्लेखनीय है कि माउंट विंसन अंटार्कटिका और सेवन सबमिट में सबसे ऊंची चोटियों में से एक है। माउंट विंसन दक्षिणी ध्रुव से 660 मील दूर स्थित है। ताशी-नुंग्शी ने करीब माइनस 30 डिग्री सेल्सियस तापमान में इस कठिन चढ़ाई को पूरा किया। 23 वर्ष की ताशी-नुंग्शी इससे पहले भी कई उपलब्धि हासिल कर चुकी हैं। इसके लिए उनका नाम गिनीज बुक और लिम्का बुक में दर्ज हो चुका है।
इससे पहले फतह की चोटियां
-माउंट किलिमंजारो: फरवरी 2012
-माउंट एवरेस्ट: मई 2013
-माउंट एल्बरस: अगस्त 2013
-माउंट एकानकागुआ: जनवरी 2014
-माउंट कस्टेंजस पिरामिड: मार्च 2014
-माउंट मैकनली: जून 2014