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मदन मित्रा की गिरफ्तारी के खिलाफ संसद गेट पर टीएमसी का प्रदर्शन

सारधा चिटफंड घोटाला मामले में मदन मित्रा की गिरफ्तारी के खिलाफ टीएमसी के सांसदों ने आज संसद गेट पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान टीएमसी के सांसद हाथों में तख्तियां लेकर राजग सरकार के खिलाफ नारे लगा रहे थे। टीएमसी का आरोप है कि मित्रा बेकसूर हैं। केद्र सरकार सीबीआइ

By Sudhir JhaEdited By: Published: Mon, 15 Dec 2014 10:37 AM (IST)Updated: Mon, 15 Dec 2014 12:05 PM (IST)
मदन मित्रा की गिरफ्तारी के खिलाफ संसद गेट पर टीएमसी का प्रदर्शन

नई दिल्ली। सारधा चिटफंड घोटाला मामले में मदन मित्रा की गिरफ्तारी के खिलाफ टीएमसी के सांसदों ने आज संसद गेट पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान टीएमसी के सांसद हाथों में तख्तियां लेकर राजग सरकार के खिलाफ नारे लगा रहे थे। टीएमसी का आरोप है कि मित्रा बेकसूर हैं। केद्र सरकार सीबीआइ का इस्तेमाल अपने विरोधियों के खिलाफ कर रही है। गौरतलब है कि साऱधा चिटफंड घोटाला मामले में मदन मित्रा गिरफ्तार होने वाले तृणमूल के तीसरे बड़े नेता हैं।

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शारदा घोटाले में पश्चिम बंगाल के परिवहन मंत्री मदन मित्रा की गिरफ्तारी पर जारी टीएमसी का विरोध आज दिल्ली तक पहुंच गया। टीएमसी सांसदों ने लोकसभा से वॉकआउट भी किया। प्रदर्शनकारी हाथों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को चुनौती देने वाले पोस्टर थाम रखे थे। इनमें मोदी और सहारा प्रमुख सुब्रत राय सहारा के साथ की तस्वीर भी नजर आई।

टीएमसी का आरोप है कि सरकार सीबीआइ का दुरुपयोग कर रही है। टीएमसी ने यह भी आरोप लगाया है कि सहारा की डायरी में शाह को पैसा दिए जाने का ज़िक्र है। इस आधार पर वह शाह के खिलाफ जांच की मांग कर रही है।

करोड़ों रुपये के सारधा चिटफंड घोटाले में अपने मंत्री की गिरफ्तारी से बुरी तरह आक्रोशित तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने मोदी व केंद्र सरकार को ललकारा है। सीबीआइ की इस कार्रवाई के विरोध में शनिवार को सड़क पर उतरीं मुख्यमंत्री ने आर-पार की लड़ाई का आह्वान किया। उन्होंने मोदी का नाम लिए बगैर कहा, वह कौन से हरिदास पाल (बंगाल के राजा थे) हैं, जो मन की करेंगे। अगर तस्वीरें ही सुबूत हैं तो प्रधानमंत्री को भी गिरफ्तार किया जाना चाहिए। उन्होंने पार्टी समर्थकों को गिरफ्तार परिवहन मंत्री मदन मित्रा के साथ खड़े होने का संदेश दिया तो सीबीआइ व नरेंद्र मोदी के खिलाफ तीखे तेवरों का इस्तेमाल किया।

महानगर के धर्मतल्ला स्थित गोष्ठपाल मूर्ति के निकट धरना मंच से ममता बनर्जी ने शालीनता की दीवार भी लांघी। उन्होंने मोदी सरकार या सीबीआइ का उल्लेख किए बिना कहा, यदि मैं प्रशासन में नहीं होती तो इनकी जीभ खींच लेती। इस दौरान मुख्यमंत्री इस कदर गुस्से में दिखीं कि उन्होंने अपना माइक फेंक दिया और सहारा प्रमुख सुब्रत राय व नरेंद्र मोदी की तस्वीरें मोबाइल पर दिखाते हुए कहा, क्या हमें मांग करनी चाहिए कि सीबीआइ प्रधानमंत्री को गिरफ्तार करे? मदन चोर है, इसका मुझे विश्वास नहीं है। तृणमूल इस मुद्दे को अब संसद तक ले जाएगी। उन्होंने समर्थकों से लगातार इसका विरोध करने का आह्वान किया है।

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