दो लाख किलोमीटर होगी नेशनल हाईवे की लंबाई : नितिन गडकरी
सड़कों पर यातायात को सुगम बनाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्गो की लंबाई बढ़ाकर दो लाख किलोमीटर तक पहुंचाएगी।
नई दिल्ली। सड़कों पर यातायात को सुगम बनाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्गो की लंबाई बढ़ाकर दो लाख किलोमीटर तक पहुंचाएगी।
केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को मोदी सरकार के इस फैसले की जानकारी दी। इससे भारी और बेतरतीब ट्रैफिक के कारण दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी। फिलहाल देश में राष्ट्रीय राजमार्गो (एनएच) की कुल लंबाई 96 हजार किलोमीटर है।
गडकरी ने मंगलवार को बहुप्रतीक्षित रामपुर-काठगोदाम राष्ट्रीय राजमार्ग को चार लेन करने के काम का शिलान्यास किया। इस 93 किमी लंबे एनएच पर 11 सौ करोड़ का खर्च आएगा। इस दौरान गडकरी ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग से प्रभावित किसानों को चार गुना मुआवजा दिया जाएगा।
ऊधमसिंह नगर में आयोजित कार्यक्रम में गडकरी ने कहा कि जब भाजपा सत्ता में आई, उस वक्त देश की सड़कों में 96 हजार किमी की लंबाई के साथ एनएच की हिस्सेदारी महज दो फीसद थी। जबकि इन हाईवे पर देश का 40 फीसद ट्रैफिक चलता था। मोदी सरकार ने दो लाख किमी राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण का फैसला किया।
निर्माण कार्य पूरा होने के बाद देश का 80 फीसद ट्रैफिक इन पर चलेगा। देश में पहले दो किमी सड़कें रोज बन रही थी, अब 18 किमी सड़कें रोज बनती हैं।
उत्तराखंड में चार धाम और मानसरोवर यात्रा के लिए पर्याप्त सड़कें नहीं हैं। इसके लिए राज्य में 11 हजार करोड़ की लागत से 900 किमी सड़क बनाई जाएगी। चार धाम के लिए विश्व स्तरीय हाईवे बनेगा, ताकि भूस्खलन के बाद भी यातायात प्रभावित नहीं हो।
जलमार्ग विकास का काम भी शुरू
सड़कों के साथ ही जलमार्ग के विकास का काम भी शुरू हो गया है। वाराणसी से हल्दिया के बीच काम चालू कर दिया गया है। पटना से इलाहाबाद तक रिवर ट्रैफिक कंट्रोल के कार्य पर सरकार विचार कर रही है। इसके लिए विश्व बैंक से 4,200 करोड़ का कर्ज लिया गया है।
कानपुर से लखनऊ का सफर आधे घंटे में
वह दिन दूर नहीं जब लखनऊ से कानपुर की यात्रा सिर्फ 30 मिनट में पूरी की जा सकेगी। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को लखनऊ में यह घोषणा की। इसके लिए दोनों शहरों के बीच आठ लेन का एक्सप्रेस-वे बनेगा। यही नहीं, अगले दो माह के भीतर उत्तर प्रदेश में नेशनल हाइवे की लंबाई मौजूदा 8,483 किमी से बढ़ाकर 17 हजार किमी कर दी जाएगी।
गडकरी ने बताया कि लखनऊ से कानपुर की दूरी सिर्फ 90 किलोमीटर है, मगर भारी ट्रैफिक के चलते गंतव्य तक पहुंचने में दो घंटे से ज्यादा लग जाते हैं। इसलिए केंद्र सरकार राष्ट्रीय राजमार्ग-25 पर आठ लेन का एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेस-वे बनाएगी। इस पर 10 हजार करोड़ से ज्यादा का खर्च आएगा। इसका डीपीआर बनाने का आदेश दे दिया गया है। यह करीब छह माह में तैयार हो जाएगी। भूमि अधिग्रहण के बाद दिसंबर से इस एक्सप्रेस-वे पर काम शुरू हो जाएगा। दो साल में यह पूरा होगा।
अलीगढ़-कानपुर हाइवे होगा छह लेन
इसके अलावा अलीगढ़ से कानपुर के चार लेन के राष्ट्रीय राजमार्ग-91 के लिए डीपीआर तैयार करने का काम तेजी से चल रहा है। गडकरी ने बताया कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इसे छह लेन का बनाने के लिए अनुरोध किया था। इसे स्वीकार करते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) को इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं।
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