मध्य प्रदेश: बच्चों ने मिड-डे खाने से किया इंकार, कहा- तुम मेरी बिरादरी के नहीं
स्कूल के हेडमास्टर का कहना है, 'खाना स्कूल किचन के शेड में बनना चाहिए। फिलहाल ये किसी के घर की रसोई में पकाया जा रहा हैै, जिसे खाने में बच्चे हिचकते हैं।'
नई दिल्ली। ज्यादा से ज्यादा बच्चें स्कूल आए इसके लिए सरकार ने स्कूलों में मिड-डे मील की शुरूआत की। ये सरकारी योजना काफी सफल भी रही, लेकिन कई बार बच्चों ने खाने में शिकायत दर्ज कारई, तो कई बार खाने में छिपकली और कॉकरोज निकलने के मामले भी सामने आए। तो अब एक नए मामले में बच्चों ने मिड-डे खाने से ये कहते हुए इंकार किया कि बनाने वाला उनकी बिरादरी का नहीं है।
जी हां मध्यप्रदेश के टीकागढ़ में ऐसा मामला सामने आया है। खाना बनाने वाली दलित महिला के बच्चे ने कहा कि स्कूल के केवल 12 बच्चे खाना खाते हैं, बाकी बोलते हैं कि हमें नहीं खाना क्योंकि तुम हमारी बिरादरी के नहीं हो।
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स्कूल के हेडमास्टर का कहना है, 'खाना स्कूल किचन के शेड में बनना चाहिए। तब सब इस खाने को खाएंगे। फिलहाल ये किसी के घर की रसोई में पकाया जा रहा हैै, जिसे खाने में बच्चे हिचकते हैं।'
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