आतंकी बुरहान के पिता से मिलने पर सोशल मीडिया में हुई श्री श्री की खिंचाई
सोशल मीडिया में आतंकी बुरहान वानी के पिता से हुई मुलाकात को लेकर श्री श्री रविशंकर की जमकर खिंचाई हुई है। इस मुलाकात की जानकारी खुद श्री श्री ने दी थी।
नई दिल्ली (पीटीआई)। सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए हिजबुल कमांडर बुरहान वानी के पिता मुजफ्फर वानी ने आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर से मुलाकात की है। दोनों की भेंट रविशंकर के बेंगलुरु स्थित आश्रम में हुई है। इसकी जानकारी खुद श्री श्री ने ट्विटर पर दी। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा कि मुजफ्फर वानी पिछले दो दिनों से हमारे आश्रम में थे।
हम लोगों ने कई मुद्दों पर चर्चा की है। इसके साथ ही उन्होंने सोशल साइट पर मुजफ्फर वानी के साथ अपनी तस्वीर भी जारी की है। मुलाकात के बारे में इससे ज्यादा उन्होंने कुछ नहीं बताया है। उनके इस ट्वीट के साथ ही कई लोगों ने इसको लेकर उनकी खिंचाई भी शुरू कर दी। इनमें से ज्यादातर लोग इस मुलाकात से नाखुश दिखाई दिए।
Muzaffar Wani, the father of Burhan Wani was in the ashram for the last 2 days. We discussed several issues. pic.twitter.com/IDyyxJSG83
— Sri Sri Ravi Shankar (@SriSri) 27 August 2016
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आर्ट ऑफ लिविंग की तरफ से जारी किए गए एक बयान में कहा गया है कि "मुजफ्फर वानी दो दिन से आश्रम में थे। श्री श्री और वानी ने घाटी के मौजूदा हालातों पर चर्चा की, कि कैसे वहां शांति और सामान्य स्थिति स्थिति बहाल की जा सकती है। यह शुद्ध रूप से एक व्यक्तिगत मुलाकात थी।"
वहीं इस बारे में मुजफ्फर वानी ने कहा है कि, "मैं कुछ बीमारी के ईलाज के लिए आश्रम में रूका था। उन्होंने (श्री श्री) मुझझे कुछ नहीं कहा। उन्होंने केवल मुझसे पांच मिनट बात की। मैं वहां से अपने लिए कुछ दवा लाया।"
मुजफ्फर अहमद वानी सरकारी स्कूल के हेडमास्टर हैं। वह जमायत ए इस्लामी के प्रमुख नेताओं में एक हैं। 1990 के दशक में वह जमायत द्वारा संचालित स्कूल में अध्यापक थे। तत्कालीन राज्यपाल जगमोहन ने इन स्कूलों को बंद करा
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दिया था। 1996 के बाद राज्य में निर्वाचित सरकार के गठन के बाद जमायत के स्कूलों के बंद होने से बेरोजगार हुए अध्यापकों को सरकारी स्कूलों में नियुक्त करने की प्रक्रिया के तहत ही मुजफर अहमद वानी सरकारी अध्यापक बने थे।
आपको बता दें कि मुजफ्फर वानी के बेटे और हिजबुल कंमाडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद घाटी में उपजी हिंसा में अभी तक 70 लोग मारे जा चुके हैं जबकि 11 हजार लोग इस हिंसा में घायल हो गए है।
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