मोदी के तीखे बाण- जानिए, भाषण की दस खास बातें..
आम चुनाव में जाने से पहले पार्टी मंच से जनता को दिए संदेश में पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने न केवल कांग्रेस के बाणों और कटाक्षों का जवाब दिया, बल्कि देश को सतरंगी सपने दिखाने में भी कोई कोताही नहीं बरती। जहां मोदी ने कांग्रेस की ओर से पीएम उम्मीदवार घोषित नहीं किए जाने को 'एक मां' का डर करार दिया, वहीं चायवाले की टिप्पणी को सामंतशाही करार देकर स्पष्ट किया कि भाजपा यह लड़ाई सिर्फ विकास के एजेंडे पर नहीं 'कांग्रेस के प्रथम परिवार' और 'पिछड़े वर्ग से आए गरीब मोदी' के बीच वर्ग अंतराल के आधार पर भी लड़ेगी।
नई दिल्ली। आम चुनाव में जाने से पहले पार्टी मंच से जनता को दिए संदेश में पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने न केवल कांग्रेस के बाणों और कटाक्षों का जवाब दिया, बल्कि देश को सतरंगी सपने दिखाने में भी कोई कोताही नहीं बरती। जहां मोदी ने कांग्रेस की ओर से पीएम उम्मीदवार घोषित नहीं किए जाने को 'एक मां' का डर करार दिया, वहीं चायवाले की टिप्पणी को सामंतशाही करार देकर स्पष्ट किया कि भाजपा यह लड़ाई सिर्फ विकास के एजेंडे पर नहीं 'कांग्रेस के प्रथम परिवार' और 'पिछड़े वर्ग से आए गरीब मोदी' के बीच वर्ग अंतराल के आधार पर भी लड़ेगी। मोदी ने कार्यकर्ताओं के समक्ष सतरंगी एजेंडा पेश किया। उन्होंने बुलेट ट्रेन और स्मार्ट सिटी की मंशा जताकर उस वर्ग को भी साथ जोड़ने की कोशिश की जो 21वीं सदी की बात करता है। इसके साथ ही आधुनिक तकनीक और रोजगार से युवाओं को आकर्षित किया। बात यही खत्म नहीं हुई। उन्होंने संघीय संबंध का हवाला देते हुए भरोसा दिलाया कि केंद्र मे भाजपा की सरकार बनी तो हर राज्य को पूरा सम्मान और अधिकार मिलेगा। आइए जानते हैं मोदी के भाषण की दस प्रमुख बातें :-
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1. कांग्रेस के पीएम उम्मीदवार पर : राहुल को पीएम उम्मीदवार न घोषित किए जाने पर चुटकी लेते हुए मोदी ने इसे एक मां का डर करार दिया और कहा सोनिया मां हैं और वह बेटे की राजनीतिक बलि कैसे होने देतीं, इसलिए पीएम उम्मीदवार नहीं बनाया। उन्होंने कहा कि एक पिछड़े वर्ग में पैदा हुए और चाय बेचने वाले से कांग्रेस डर गई है।
2. आए थे पीएम लेने मिले तीन सिलेंडर :
मोदी ने सोनिया की चुप्पी को मां का डर बताया। संसदीय परंपरा के राहुल गांधी के दावे पर मोदी ने याद दिलाया कि स्वतंत्रता के बाद से चाहे जवाहर लाल नेहरू रहे हों या राजीव गांधी या फिर मनमोहन सिंह उनके चुनाव में इस परंपरा का निर्वाह कभी नहीं हुआ। चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकारिणी में कार्यकर्ता आए तो थे अपना पीएम उम्मीदवार लेने, लेकिन तीन गैस सिलेंडर लेकर लौट गए।
3. राहुल को जवाब :
राहुल के टिकट देने के दावे पर मोदी ने कहा कि कांग्रेस दल बचाने में जुटी है, जबकि भाजपा की सोच देश से जुड़ी है। यही कारण है कि राहुल ने उसे टिकट देने की बात कही है जिसके दिल में कांग्रेस बसता है। भाजपा तो उसे टिकट देगी जिसके दिल में देश बसता है। इस क्रम को और आगे बढ़ाते हुए उन्होंने जोड़ा कि राहुल के लिए देश मधुमक्खी का छाता है जबकि हमारे लिए भारत माता है।
4. मोदी का इंद्रधनुष :
मोदी ने कहा कि भारत एक इंद्रधनुष की तरह है जिसमें परिवार व्यवस्था, कृषि, नारी, जल-जमीन-जंगल, युवा शक्ति, लोकतंत्र और ज्ञान समाहित है। विकास तभी हो सकता है जब हर हिस्से का संतुलन हो, लेकिन संप्रग सरकार के काल में सबकुछ दांव पर लगा था। भाजपा सरकार में आई तो इस इंद्रधनुष को गहरा किया जाएगा।
5. ब्रॉंड इंडिया :
मोदी के सपनों में देश ब्रॉड इंडिया बन सकता है। देश में इसकी क्षमता है, लेकिन सरकार के पास सोच नहीं है। इसके लिए पांच टी' चाहिए, जिसमें टैलेंट (प्रतिभा), ट्रेडिशन (परंपरा), टजूच्च्च्म (पर्यटन), ट्रेड (व्यापार) और टेक्नोलॉजी (तकनीक) की जरूरत होती है। अगर सरकार चाहती तो जापान और पश्चिमी राज्यों की तरह ब्रैंड इंडिया भी गौरव का विषय बन सकता था।
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6. आइडिया ऑफ इंडिया :
पिछली कुछ रैलियों में वोट फॉर इंडिया का नारा लगवाते रहे मोदी ने परिषद की बैठक में आइडिया ऑफ इंडिया पर भी अपनी बात रखी। मोदी ने कुछ संस्कृत और कुछ हिंदी में वेद पुराणों, संस्कृति व परंपराओं के सूत्र वाक्य दोहराते हुए अपनी सोच रखी। दरअसल मोदी के ये सूत्र वाक्य जहां सामाजिक समरसता के लिहाज से थे, वहीं इसके जरिए संघ के एजेंडे का भी ध्यान रखा गया है।
7. चाय के प्याले में तूफान :
कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के बयान पर मोदी ने खुद को 'पिछड़े वर्ग में पैदा हुआ' व 'गरीब मां का बेटा' और 'चायवाला' के रूप में पेश करते हुए अपना पत्ता खेल दिया है। मोदी ने कहा कि 'मैं पिछड़ी जाति में पैदा हुआ, जिसकी मां दूसरों के घर में पानी भरती थी, बर्तन साफ करती थी। मैं रेल के डिब्बे में चाय बेचता था, वह उससे कैसे मुकाबला करें। यह उनकी शान के खिलाफ है।'
8. महंगाई का इलाज : मोदी ने महंगाई से मुकाबला करने का खाका पेश किया है। उनके राज में महंगाई लाइलाज नहीं होगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए महंगाई रोकने वाला एक फंड बनेगा। कालाबाजारी से निपटने के लिए विशेष अदालत स्थापित की जाएगी, ताकि ऐसा करने वाले लोगों पर जल्दी से सख्त कार्रवाई की जा सके।
9. बुलेट ट्रेन और स्मार्ट सिटी :
'समृद्ध भारत-शक्तिशाली भारत' का सपना दिखा रहे नरेंद्र मोदी ने इसे साकार करने का रोडमैप पेश किया है। समाज के बड़े तबके को बेहतर जीवनस्तर और रोजगार देने के लिए नमो ने बुलेट ट्रेन, सौ स्मार्ट सिटी और हर राज्य में एक एम्स व एक आइआइटी का सपना दिखाया है। मोदी ने देश के चारों महानगरों को बुलेट ट्रेन से जोड़ने का भी वादा किया है।
10. संघीय ढांचे को मजबूती :
मोदी ने चुनाव बाद गठबंधन के लिए अभी से गैरकांग्रेसी राज्य सरकारों की तरफ हाथ बढ़ाया। उन्होंने संघीय संबंध का हवाला देते हुए भरोसा दिलाया कि केंद्र मे भाजपा की सरकार बनी तो हर राज्य को पूरा सम्मान और अधिकार मिलेगा। जिक्र तो उन्होंने पूर्वी राज्यों बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, असम का किया, लेकिन संदेश दक्षिण के गैरकांग्रेसी राज्यों के लिए भी था।
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