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मोदी से आडवाणी संतुष्ट, पीएम बनने का दिया आशीष

कभी पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह के कामकाज से नाखुशी और नरेंद्र मोदी की प्रधानमंत्री उम्मीदवारी पर परोक्ष एतराज जता चुके लालकृष्ण आडवाणी अब संतुष्ट हैं। कार्यकर्ताओं के उत्साह ने शायद उनकी नाराजगी धो दी है। लिहाजा, पहली बार उन्होंने हजारों की संख्या में जुटे कार्यकर्ताओं के सामने राजनाथ-मोदी की जोड़ी को आशीर्वा

By Edited By: Published: Mon, 20 Jan 2014 08:53 AM (IST)Updated: Mon, 20 Jan 2014 08:54 AM (IST)

नई दिल्ली [जाब्यू]। कभी पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह के कामकाज से नाखुशी और नरेंद्र मोदी की प्रधानमंत्री उम्मीदवारी पर परोक्ष एतराज जता चुके लालकृष्ण आडवाणी अब संतुष्ट हैं। कार्यकर्ताओं के उत्साह ने शायद उनकी नाराजगी धो दी है। लिहाजा, पहली बार उन्होंने हजारों की संख्या में जुटे कार्यकर्ताओं के सामने राजनाथ-मोदी की जोड़ी को आशीर्वाद दे दिया और अतिविश्वास से बचने की सलाह देकर जीत का भरोसा जताया।

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लोकसभा में नेता विपक्ष सुषमा स्वराज ने भी मोदी के धैर्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह उनके इस गुण की कायल हैं। आम चुनाव से पहले की आखिरी राष्ट्रीय परिषद की बैठक लंबे अरसे बाद भाजपा के लिए भी सुखद रही।

समापन भाषण में आडवाणी ने मोदी और उनके विकास के विजन की तारीफ की। एक समय तो उन्होंने परोक्ष रूप से मोदी के 'वोट फॉर इंडिया' संकल्प की सोच की विवेकानंद की सोच से तुलना कर दी और नमो की पीएम उम्मीदवारी के साथ खुलकर खड़े हो गए। उन्होंने कहा, 'मैं राजनाथ जी और अन्य कुछ लोगों को बधाई देता हूं कि उन्होंने नरेंद्र भाई को पीएम उम्मीदवार बनाया और 272 का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखकर कार्यकर्ताओं को मैदान मे उतारा है।' ध्यान रहे कि गोवा कार्यकारिणी में मोदी को चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष घोषित करने के दूसरे ही दिन आडवाणी ने संघ से शिकायत की थी और कहा था कि वह राजनाथ के कामकाज के तौर तरीके से खुश नहीं हैं।

रविवार को उन्हीं आडवाणी ने सार्वजनिक रूप से राजनाथ की भी पीठ थपथपा दी है। आडवाणी ने कहा कि पिछले किसी भी चुनाव में उन्होंने कार्यकताओं में इतना उत्साह और आत्मविश्वास नहीं देखा है। जीत भाजपा की ही होगी, लेकिन सतर्क किया कि अतिविश्वास से बचना है। अतिविश्वास ने ही 2004 में भाजपा की सत्ता छीन ली थी। लिहाजा, विश्वास और जमीन तक जाकर चुनाव जीतना होगा।

इससे पहले सुषमा स्वराज ने भी मोदी के गुणों की प्रशंसा की। राजनीतिक प्रस्ताव पेश करते हुए उन्होंने कहा, 'गुजरात दंगे के बाद से मोदी पर 12 साल हमला होता रहा, लेकिन उन्होंने धैर्य और संयम बनाए रखा। मैं आपके इस गुण की कायल हूं।'

पढ़े : मोदी को जीत का श्रेय देने से कतराए आडवाण

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