पेड़ से बांधे गए आशिक को चौकी से मिली दुल्हन, पुलिस बनी गवाह
पकड़े जाने पर एक प्रेमी को ग्रामीणों ने पेड़ से बांध दिया। प्रेमी अपनी प्रेमिका के घर में घुसा था। पुलिस प्रेमी को लेकर चौकी आ गयी। मामला बढ़ा तो पुलिस ने चौकी के मंदिर में प्रेमी प्रेमिका को शादी के बंधन में बांध दिया। इस शादी का गवाह खुद दारोगा एवं उनका पूरा स्टाफ बना। साथ में वहां जुटी भीड़ ने भी विवाह का पूरा नजारा देखा। मामला लालगोपालगंज पुलिस चौकी का है। परिसर स्थित मंदिर में मंगलवार को प्रेमी युगल के विवाह के समय दोनों के परिजनों भी थे।
लालगोपालगंज, इलाहाबाद। पकड़े जाने पर एक प्रेमी को ग्रामीणों ने पेड़ से बांध दिया। प्रेमी अपनी प्रेमिका के घर में घुसा था। पुलिस प्रेमी को लेकर चौकी आ गयी। मामला बढ़ा तो पुलिस ने चौकी के मंदिर में प्रेमी प्रेमिका को शादी के बंधन में बांध दिया। इस शादी का गवाह खुद दारोगा एवं उनका पूरा स्टाफ बना। साथ में वहां जुटी भीड़ ने भी विवाह का पूरा नजारा देखा। मामला लालगोपालगंज पुलिस चौकी का है। परिसर स्थित मंदिर में मंगलवार को प्रेमी युगल के विवाह के समय दोनों के परिजनों भी थे।
नवाबगंज थाना क्षेत्र के चकमोतीराम ओझा गांव में सोमवार की रात अपनी प्रेमिका से मिलने आये एक लड़के को ग्रामीणों ने पकड़ लिया। उसे पेड़ से बांध दिया गया। पूछताछ की गई तो पता चला कि वह मानिकपुर का रहने वाला है। उसकी प्रेमिका यही रहती है। इसी बीच लड़की के घरवाले भी वहां आ गए। मंगलवार को दिन में लड़के को लालगोपालगंज पुलिस चौकी ले जाया गया। यहां चौकी प्रभारी ने लड़के से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसकी रिश्तेदारी चकमोती राम ओझा गांव में है। वह अक्सर यहां आया करता था और इसी बीच लड़की से उसका प्रेम संबंध हो गया। उसने यह भी बताया कि वह इंटर में पढ़ता है। पुलिस ने उसके माता-पिता को बुलवाया। उधर, लड़की और उसके माता-पिता को भी पुलिस चौकी बुलाया गया। पुलिस ने पूछताछ की तो दोनों ने कहा कि अगर पुलिस चौकी ले जाया गया। चौकी प्रभारी ने पूछताछ की तो आशिक ने बताया कि उसकी रिश्तेदारी चकमोती राम ओझा गांव में है। वह अक्सर यहां आता था, इसी बीच लड़की से आंखें दो चार हो गई। अब दोनों एक दूसरे के बिना रह नहीं सकते।
इस पर इंटर की पढ़ाई कर रहे इस आशिक के अभिभावकों के साथ-साथ माशूका और उसके माता-पिता को भी पुलिस चौकी में बुलवा लिया गया। यहां आशिक और माशूका ने साफ-साफ कह दिया कि अगर शादी नहीं हुई तो वह घर से भाग जाएंगे। दोनों के परिजन इससे सकते में आ गए और विवाह के लिए राजी हो गए। फिर आनन फानन चौकी परिसर स्थित मंदिर में शादी की तैयारी की गई। यहां तैनात कुछ सिपाहियों और दोनों के परिजनों की मौजूदगी में आशिक ने माशूका की मांग सिंदूर से भर दी। प्रेम कहानी के इस सुखांत पर चौकी प्रभारी कृपाशंकर राय से बात की गई तो उनका कहना था कि दोनों पक्षों में समझौता हो गया था, इसके बाद शादी हुई है। दोनों की उम्र क्या थी, इस बारे में कोई कागजात नहीं दिखाया गया था। किसी पक्ष ने तहरीर भी नहीं दी थी, इसलिए किसी कार्रवाई का सवाल ही नहीं था।
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