करीब एक महीने बाद उल्फा के चंगुल से रिहा हुआ असम भाजपा नेता का बेटा
पिछले महीने असम के भाजपा नेता के बेटे को उल्फा उग्रवादियों ने अगवा कर लिया था जिसे शुक्रवार को रिहा कर दिया है।
नई दिल्ली। उल्फा-(आई) उग्रवादियों ने असम के भाजपा नेता के बेटे को शुक्रवार की दोपहर रिहा कर दिया गया। उग्रवादियों ने पिछले महीने उसे अगवा कर लिया था। भाजपा नेता रतनेश्वर मोरन के बेटे 27 वर्षीय कुलदीप मोरन को उल्फा-(आई) के उग्रवादियों ने 1 अगस्त को असम-अरुणाचल प्रदेश बॉर्डर से अगवा कर लिया था। कुलदीप को म्यांमार-अरुणाचल प्रदेश के बॉर्डर के पास से रिहा किया गया है।
उग्रवादियों ने आइएसआइएस स्टाइल में वीडियो जारी कर 1 करोड़ की फिरौती मांगी थी। वीडियो में कुलदीप को घुटने के बल बैठा हुआ दिखाया गया था जो मदद मांग रहा था और उसके आसपास बंदूकधारी नकाबपोश खड़े थे। हरे रंग की टी-शर्ट में कुलदीप अपने माता-पिता, अंकल व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल से अपने रिहाई के लिए मदद की भीख मांग रहा था। असमिया भाषा में उसने कहा था,’मैं बीमार हूं, पैरेंट्स को याद कर रहा हूं। प्लीज इन्हें फिरौती की रकम देकर मुझे आजाद कराएं। मुझे मारा जा सकता है।‘
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अभी तक यह साफ नहीं है कि कुलदीप की रिहाई के लिए फिरौती दी गई थी या नहीं। नॉर्थ-इस्ट में अपहरण व हत्या मामले में उल्फा-1 जाना जाता है। इसके 37 साल के इतिहास में यह पहली बार है जब उसने फिरौती के लिए वीडियो जारी किया है।
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