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भारत-स्विस समझौते पर हस्ताक्षर, विदेशों में जमा कालाधन से मुकाबले की दिशा में बड़ा कदम

विदेशों में जमा कालाधन से मुकाबले की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए भारत ने स्विटजरलैंड के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किया है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Fri, 22 Dec 2017 03:19 AM (IST)Updated: Fri, 22 Dec 2017 03:19 AM (IST)
भारत-स्विस समझौते पर हस्ताक्षर, विदेशों में जमा कालाधन से मुकाबले की दिशा में बड़ा कदम

नई दिल्ली, प्रेट्र। विदेशों में जमा कालाधन से मुकाबले की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए भारत ने स्विटजरलैंड के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किया है। गुरुवार को हुए समझौते से अगले साल एक जनवरी से कर संबंधी सूचनाएं ऑटोमैटिक साझा की जा सकेंगी। यह जानकारी सीबीडीटी ने दी है।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने कहा, 'स्विटजरलैंड में संसदीय प्रक्रिया पूरी होने और समझौते पर हस्ताक्षर होने के साथ ही दोनों देश सूचनाएं ऑटोमैटिक साझा कर सकेंगे। दोनों देशों के बीच यह समझौता एक जनवरी 2018 से प्रभावी हो जाएगा।'

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-विदेशों में जमा कालाधन से मुकाबले की दिशा में बड़ा कदम

-1 जनवरी से डाटा साझा करेंगे
आयकर विभाग के लिए नीति निर्माण करने वाले संकाय ने कहा कि सीबीडीटी अध्यक्ष सुशील चंद्र और स्विटजरलैंड के भारत में राजदूत एंड्रेआस बाउम ने नई दिल्ली के नार्थ ब्लॉक में समझौते पर हस्ताक्षर किए। सूचनाओं के ऑटोमैटिक अदान-प्रदान के लागू होने संबंधी संयुक्त घोषणा पत्र पर पिछले महीने ही हस्ताक्षर हुए थे। इसमें कहा गया था कि दोनों देश वैश्विक मानकों के साथ 2018 में डाटा जमा करना शुरू करेंगे। स्विटजरलैंड ने जहां वैश्विक मानकों पर सूचनाओं के ऑटोमैटिक आदान-प्रदान की पुष्टि की है, वहीं भारत ने आंकड़े की गोपनीयता की रक्षा करने का वादा किया है।

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