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शीला की दावतों पर खर्च हुए पौने दो करोड़

सूबे में लगातार 15 साल तक अपनी हुकूमत चलाने वाली पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित अन्य बातों के अलावा समय-समय पर दी जाने वाली अपनी लजीज दावतों के लिए भी मशहूर रही हैं। शायद यही वजह है कि उनके राज में मुख्यमंत्री कार्यालय ने वर्ष 2007 से 2013 के बीच नाश्ता, लंच, डिनर आदि पर सरकारी खजाने से 1,

By Edited By: Published: Mon, 11 Aug 2014 09:00 AM (IST)Updated: Mon, 11 Aug 2014 09:01 AM (IST)
शीला की दावतों पर खर्च हुए पौने दो करोड़

नई दिल्ली [अजय पांडे]। सूबे में लगातार 15 साल तक अपनी हुकूमत चलाने वाली पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित अन्य बातों के अलावा समय-समय पर दी जाने वाली अपनी लजीज दावतों के लिए भी मशहूर रही हैं। शायद यही वजह है कि उनके राज में मुख्यमंत्री कार्यालय ने वर्ष 2007 से 2013 के बीच नाश्ता, लंच, डिनर आदि पर सरकारी खजाने से 1,87,15,000 रुपये खर्च कर दिए। उनके विदेश दौरों पर भी सरकारी खजाने से 69 लाख रुपये से अधिक खर्च किए गए। दीक्षित अब केरल की राज्यपाल हैं।

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पूर्व मुख्यमंत्री के सरकारी आवास में बड़ी संख्या में लगाए गए एयरकंडीशनर बीते दिनों चर्चा का विषय रहे। अब यहां के बिजली बिल पर आए खर्च से भी इसकी पुष्टि हो रही है। वर्ष 2009 से 2013 के बीच उनके सरकारी निवास के बिजली पर 25,60,588 रुपये खर्च किए गए। वहीं, पानी के बिल पर भी पांच साल में पांच लाख रुपये से अधिक का खर्च आया। सूचना के अधिकार (आरटीआइ) के तहत दिल्ली सरकार से मांगी गई जानकारी में इसका खुलासा हुआ है।

25 विदेश यात्राओं पर 69 लाख से अधिक खर्च

आरटीआइ कार्यकर्ता नरेंद्र शर्मा द्वारा मांगी गई अन्य सूचनाओं के तहत पूर्व मुख्यमंत्री के विदेश दौरों पर हुए खर्च का ब्योरा देते हुए सरकार ने बताया है कि वर्ष 2002 से 2013 के बीच दीक्षित ने 25 विदेश यात्राएं की और इन पर कुल 69,45,327 रुपये खर्च किए गए। दीक्षित ने अमेरिका, इंग्लैंड, जर्मनी, मलेशिया, डेनमार्क, स्विटजरलैंड, आस्ट्रेलिया, दुबई आदि देशों की सरकारी यात्रा की। दिल्ली सरकार ने स्पष्ट किया है कि पूर्व मुख्यमंत्री के सरकारी विदेश दौरों पर भले लाखों रुपये का खर्च आया हो लेकिन अपने किसी विदेश दौरे में वह किसी भी पारिवारिक सदस्य को सरकारी खर्चे पर नहीं ले गईं। बिजली और पानी को लेकर दीक्षित हमेशा यह नसीहत दिल्ली वालों को देती रहीं कि इसको किफायती तरीके से खर्च किया जाना चाहिए। हालांकि, उनके खुद के भारी भरकम बिजली-पानी के बिल किफायत की वकालत करते नहीं जान पड़ते।

चिकित्सा पर भी लाखों की रकम खर्च

आरटीआइ के तहत यह जानकारी भी दी गई है कि पूर्व मुख्यमंत्री दीक्षित की चिकित्सा पर भी लाखों की रकम खर्च की गई। वर्ष 2006 से 2008 के बीच उन्हें दी जाने वाली मेडिकल सुविधा व इलाज का कुल खर्च करीब सात लाख रुपया आया जबकि वर्ष 2009 से 2013 के बीच इस मद में 24,39,478 रुपये खर्च किए गए।

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