डिग्री विवाद पर बोलीं स्मृति, मैं अनपढ़ नहीं, मेरे पास येल की डिग्री
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी द्वारा येल विश्वविद्यालय की डिग्री होने के दावे के साथ ही उनकी शैक्षणिक योग्यता को लेकर उठे विवाद में नया मोड़ आ गया है। केंद्रीय मंत्री ने शनिवार देर शाम एक कार्यक्रम में एक सवाल के जवाब में कहा कि उनको अपने लक्ष्य से भटकाने के लिए व्यर्थ के विवाद पैदा किए जा रहे हैं।
नई दिल्ली। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी द्वारा येल विश्वविद्यालय की डिग्री होने के दावे के साथ ही उनकी शैक्षणिक योग्यता को लेकर उठे विवाद में नया मोड़ आ गया है। केंद्रीय मंत्री ने शनिवार देर शाम एक कार्यक्रम में एक सवाल के जवाब में कहा कि उनको अपने लक्ष्य से भटकाने के लिए व्यर्थ के विवाद पैदा किए जा रहे हैं।
ईरानी ने कहा कि उनका मूल्यांकन एक मंत्री के तौर पर किए जाने वाले कामकाज के आधार पर होना चाहिए। जब उनसे पूछा गया कि 2004 और 2014 के चुनावी शपथ पत्र में शैक्षणिक योग्यता को लेकर कौन सी जानकारी सही है, तो स्मृति ने कहा कि इसके लिए आपको अदालत में मेरे खिलाफ जनहित याचिका दायर करना होगा। अदालत में ही मैं आपको इसका जवाब दूंगी, ताकि हमेशा के लिए यह मामला खत्म हो सके।
मंत्रालय ने स्थिति स्पष्ट की:
स्मृति ईरानी के दावे के बाद स्थिति को स्पष्ट करने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से बयान जारी किया गया। विभाग के प्रवक्ता ने रविवार देर रात बयान में कहा कि स्मृति ईरानी को येल विश्वविद्यालय के एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए सर्टिफिकेट दिया गया है। कई अन्य पार्टियों के सांसदों के साथ ईरानी ने लीडरशिप प्रोग्राम में भाग लिया था। इसी कार्यक्रम में भागीदारी के चलते उन्हें प्रमाणपत्र दिया गया।
येल से किया था क्रैश कोर्स:
स्मृति ने हालांकि इस बारे में विस्तार से कोई जानकारी नहीं दी कि उनके पास येल की कौन सी डिग्री है। लेकिन, वह वर्ष 2013 में छह दिन का क्रैश कोर्स करने येल गए भारतीय सांसदों की टीम का हिस्सा थीं। 11 भारतीय सांसदों का दल 'लीडरशिप प्रोग्राम' पर क्रैश कोर्स करने अमेरिका के कनेक्टिकट स्थित विश्वविद्यालय कैंपस में आया था। सांसदों के इस दल में भाजपा के अतिरिक्त कांग्रेस, टीडीपी, तृणमूल कांग्रेस और शिव सेना के प्रतिनिधि शामिल थे।
डिग्री पर रहा है विवाद:
वर्ष 2004 में दिल्ली के चांदनी चौक से लोकसभा का चुनाव लड़ते समय स्मृति ईरानी ने दिल्ली विश्वविद्यालय (पत्राचार) से वर्ष 1996 में बीए की डिग्री होने की बात की थी। लेकिन, 2014 में अमेठी से चुनाव लड़ते समय उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ ओपन लर्निग (पत्राचार) से 1994 बीकॉम पार्ट-1 तक की पढ़ाई की जानकारी दी। इसको लेकर खासा विवाद रहा।
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