तमिलनाडु में राजनीतिक उठा-पटक, पार्टी से अलग किए गए शशिकला और दिनाकरण
जयकुमार के मुताबिक़ इस परिवार ने जयललिता की मौत के बाद पार्टी को अपने नियंत्रण में ले लिया था।
नई दिल्ली। तमिलनाडु में पिछले कुछ दिनों से चल रहे राजनीतिक घमासान के बाद आज शशिकला और टीटीवी दिनाकरण परिवार को अन्नाद्रमुक से बाहर कर दिया गया है। तमिलनाडु के वित्त मंत्री डी जयकुमार ने देर रात तक चली बैठक के बाद ये जानकारी दी।
जयकुमार ने मीडिया को बताया कि 20 मंत्रियों के एक ग्रुप ने पार्टी कैडर और अधिकारियों की से बातचीत के बाद ये निर्णय लिया है। जयकुमार के मुताबिक़ इस परिवार ने जयललिता की मौत के बाद पार्टी को अपने नियंत्रण में ले लिया था। पार्टी प्रमुख अम्मा की मौत के बाद से ही पार्टी में लगातार उठापटक चल रही है और अन्नाद्रमुक पार्टी गुटों में बंट चुकी है, इनमें से एक का नेतृत्व शशिकला के पास है, और दूसरे गुट का नेतृत्व तमिलनाडु के पूर्व सीएम ओ पनीरसेल्वम कर रहे हैं। शशिकला आय से अधिक संपत्ति के मामले में जेल में हैं, जिसके चलते उनके उप महासचिव दिनाकरण पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं।
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मंगलवार को सारा दिन ऐसा लग रहा था कि अन्नाद्रमुक में दो गुटों के बीच खींचतान में ओ पनीरसेल्वम का गुट हार रहा है। क्योंकि पनीरसेल्वम की मांग को मुख्यमंत्री ई पलनीसामी के गुट में कोई मानने के लिए तैयार नहीं लग रहा था। लेकिन देर रात को 20 मंत्रियों की बैठक में एकदम उलट ही फ़ैसला हुआ। वित्त मंत्री डी जयकुमार ने पत्रकारों को बताया कि, सभी मंत्रियों और पार्टी कैडर ने मिलकर ये निर्णय लिया है।
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ये नहीं चाहते कि एक परिवार हमारी पार्टी को नियंत्रण में नहीं लेगा जिसमें दिनाकरण भी शामिल हैं। हमारे पास कुल 122 विधायकों का समर्थन है। इस निर्णय ने हर किसी को हैरान कर दिया है। लेकिन अभी भी दिनाकरण को 20-25 विधायकों का समर्थन है।