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व्यापमं व्हिसल ब्‍लोअर की सुरक्षा हुई वापस

मध्य प्रदेश के बहुचर्चित व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले की कलई खोलने वाले व्हिसल ब्लोअर प्रशांत पांडेय उस समय सुर्खियों में आए थे, जब उन्होंने अपनी जान को खतरा बताया था। इसके बाद उन्हें दिल्ली पुलिस की सुरक्षा मुहैया कराई गई थी। लेकिन अब पुलिस ने उनकी सुरक्षा वापस ले

By Sanjay BhardwajEdited By: Published: Mon, 18 May 2015 11:26 AM (IST)Updated: Mon, 18 May 2015 11:53 AM (IST)
व्यापमं व्हिसल ब्‍लोअर की सुरक्षा हुई वापस

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के बहुचर्चित व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले की कलई खोलने वाले व्हिसल ब्लोअर प्रशांत पांडेय उस समय सुर्खियों में आए थे, जब उन्होंने अपनी जान को खतरा बताया था। इसके बाद उन्हें दिल्ली पुलिस की सुरक्षा मुहैया कराई गई थी। लेकिन अब पुलिस ने उनकी सुरक्षा वापस ले ली है। इसलिए वह कुछ भी होने की आशंका से ग्रस्त हैं।

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ऐसी स्थिति में पांडेय ने सुप्रीम कोर्ट में सुरक्षा की गुहार लगाते हुए व्यापमं घोटाले की व्यापक जांच कराने की मांग की है। उनका दावा है कि अभी तक तो सिर्फ पांच फीसद गड़बड़ियों का ही खुलासा हुआ है। अभी बहुत कुछ की जांच शेष है। दिल्ली हाई कोर्ट ने 20 फरवरी को मालवीय नगर पुलिस थाने के एसएचओ को डिजिटल फोरेंसिक एक्सपर्ट प्रशांत पांडेय को सुरक्षा उपलब्ध कराने निर्देश दिया था।

पांडेय ने मध्य प्रदेश की सत्ता में बैठे प्रभावी लोगों से अपनी जान को खतरा होने की आशंका जताई थी। दिल्ली पुलिस का कहना है कि पांडेय की याचिका का निपटारा हो चुका है। अंतिम आदेश में उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने का कोई उल्लेख नहीं है।

उल्लेखनीय है कि पांडेय द्वारा किए गए पर्दाफाश के बाद मध्य प्रदेश पुलिस ने इस मामले में कई बड़े नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किया था। आठ गवाह तथा आरोपियों की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो चुकी है। इनमें मध्य प्रदेश के राज्यपाल राम नरेश यादव के पुत्र शैलेष भी शामिल थे। इसी माह के प्रारंभ में इंदौर रोड पर प्रशांत पांडेय की कार को एक ट्रक ने टक्कर मार दी थी, जिसमें वह आश्चर्यजनक ढंग से बाल-बाल बचे।

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