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हवाई अड्डे सुरक्षित करने में जुटी सरकार

कराची हवाई अड्डे पर आतंकी हमले के बाद मोदी सरकार भारत में हवाई अड्डों की सुरक्षा चुस्त-दुरुस्त करने में जुट गई है। खुद गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने हवाई अड्डों की मौजूदा सुरक्षा की समीक्षा की। देश के सभी प्रमुख 59 हवाई अड्डों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। हवाई अड्डों में तैनात सीआइएसएफ जवानों की संख्या बढ़ाने और विमान अपहरण निरोधक दस्ते को अलर्ट करने के निर्देश दिए गए हैं।

By Edited By: Published: Mon, 09 Jun 2014 07:41 PM (IST)Updated: Mon, 09 Jun 2014 11:21 PM (IST)
हवाई अड्डे सुरक्षित करने में जुटी सरकार

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। कराची हवाई अड्डे पर आतंकी हमले के बाद मोदी सरकार भारत में हवाई अड्डों की सुरक्षा चुस्त-दुरुस्त करने में जुट गई है। खुद गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने हवाई अड्डों की मौजूदा सुरक्षा की समीक्षा की। देश के सभी प्रमुख 59 हवाई अड्डों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। हवाई अड्डों में तैनात सीआइएसएफ जवानों की संख्या बढ़ाने और विमान अपहरण निरोधक दस्ते को अलर्ट करने के निर्देश दिए गए हैं।

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गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि राजनाथ सिंह ने सुरक्षा एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों को भारत में हवाई अड्डों की सुरक्षा की समीक्षा के लिए तलब किया। बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और खुफिया ब्यूरो के प्रमुख आसिफ इब्राहिम समेत गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। बैठक के बाद गृह मंत्री ने देश के सभी हवाई अड्डों की सुरक्षा का नए सिरे आडिट करने का आदेश दिया। इसके अलावा तत्काल प्रभाव से हवाई अड्डों की सुरक्षा में लगे सीआइएसएफ के जवानों की संख्या बढ़ाने और उन्हें ज्यादा सतर्क रहने का निर्देश दिया।

वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक फिलहाल देश के किसी हवाई अड्डे पर आतंकी हमले का खतरा नहीं है। लेकिन सरकार इस मामले में जरा भी चूक नहीं चाहती। इसीलिए एहतियात के तौर पर हवाई अड्डों की सुरक्षा बढ़ाने का फैसला किया गया। गौरतलब है कि 1999 में वाजपेयी सरकार कंधार विमान अपहरण कांड में मुसीबत में फंस गई थी और यात्रियों की सुरक्षित रिहाई के एवज में तीन खूंखार आतंकियों को रिहा करना पड़ा था।

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