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गर्मी से बेहाल लोगों को सावन दे सकता है राहत

समूचे उत्तर भारत में गर्मी का प्रकोप जारी है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि रविवार को यानि सावन के पहले दिन से मानसून फिर सक्रिय हो सकता है और उसकी फुहार से लोगों तपिश से राहत मिल सकती है।

By Edited By: Published: Sun, 13 Jul 2014 05:47 AM (IST)Updated: Sun, 13 Jul 2014 07:21 AM (IST)

नई दिल्ली। समूचे उत्तर भारत में गर्मी का प्रकोप जारी है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि रविवार को यानि सावन के पहले दिन से मानसून फिर सक्रिय हो सकता है और उसकी फुहार से लोगों तपिश से राहत मिल सकती है।

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रविवार को राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में हल्की से सामान्य बारिश हुई किंतु शेष मैदानी इलाकों में लोगों को गर्मी और उमस का सामना करना पड़ रहा है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में उमस और तपिश का सिलसिला बदस्तूर जारी है। दिल्ली में शनिवार को अधिकतम तापमान 42.3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। शनिवार को राजधानी में आ‌र्द्रता का अधिकतम प्रतिशत 70 रहा। विगत एक सप्ताह से राजधानी में अधिकतम तापमान में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है और मानसूनी बारिश कहीं दिखाई नहीं दे रही है। एक तो गर्मी ने, दूसरे बिजली कटौती ने दिल्ली वासियों की नींद हराम कर रखी है। राजधानी में मानसून तीन जुलाई को ही दस्तक देकर लापता हो गया है। मौसम विज्ञानियों ने आशा जताई है कि सोमवार से मानसून एक बार फिर राजधानी में सक्रिय हो सकता है।

पंजाब और हरियाणा भी भीषण गर्मी की चपेट में हैं और पिछले कुछ दिनों से तापमान में निरंतर बढ़ोतरी जारी है। हरियाणा में शनिवार को हिसार सबसे ज्यादा गर्म रहा। यहां अधिकतम तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस रहा। पंजाब में अमृतसर में सर्वाधिक तापमान 41.2 डिग्री रहा और गर्मी का असर पटियाला तथा लुधियाना में बरकरार रहा। पंजाब में 16 साल बाद ऐसी स्थिति बनी है जब जुलाई में लू के थपेड़ों ने लोगों को झुलसा दिया है। गत वर्षो की तुलना में इस साल राज्य में अभी तक [जून से जुलाई] 70 फीसद कम बारिश हुई है। पंजाब के मुख्यमंत्री बादल ने सूबे में सूखे जैसी स्थिति से निपटने के लिए केंद्र से 2330 करोड़ का विशेष पैकेज मांगा है। 16 से 18 जुलाई के बीच पंजाब समेत उत्तरी मैदानी हिस्सों में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश व तेज हवाओं का पूर्वानुमान है।

राजस्थान में भी गर्मी और लू का असर यथावत बना हुआ है। हालांकि प्रदेश के कुछ पूर्वी हिस्सों में छिटपुट बारिश भी हुई है। नसीराबाद, अजमेर और बादनौर में तीन सेमी. बारिश रिकार्ड की गई। यहां अधिकतम तापमान चुरू में 45.7 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।

हिमाचल प्रदेश में मानसून की रफ्तार धीरे-धीरे जोर पकड़ेगी। शनिवार को प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में मौसम शुष्क बना रहा जबकि कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश भी रिकार्ड की गई। मौसम विभाग के अनुसार आगामी 24 घंटों के दौरान प्रदेश के कुछ स्थानों पर बारिश होगी जबकि 14 जुलाई से राज्य में व्यापक बारिश की संभावना है। शनिवार को प्रदेश में अधिकतम तापमान ऊना में 39.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया।

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