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बच्‍चों को बना लिया जल-मित्र

बच्चे को छुटपन में मिले संस्कार व सीख स्मृति पटल पर एक बार अंकित हो जाते हैं, तो वे बाद में पूरी उम्र दिनचर्या का हिस्सा बन जाते हैं। इसी के चलते जल-प्रदूषण व पेयजल के गिरते जल स्तर की भयावह स्थिति से चिंतित होकर 'पानी बचाओ जन चेतना अभियान

By T empEdited By: Published: Thu, 29 Jan 2015 10:48 AM (IST)Updated: Thu, 29 Jan 2015 11:55 AM (IST)

शांतिभूषण, सोनीपत। बच्चे को छुटपन में मिले संस्कार व सीख स्मृति पटल पर एक बार अंकित हो जाते हैं, तो वे बाद में पूरी उम्र दिनचर्या का हिस्सा बन जाते हैं। इसी के चलते जल-प्रदूषण व पेयजल के गिरते जल स्तर की भयावह स्थिति से चिंतित होकर 'पानी बचाओ जन चेतना अभियान समिति' बच्चों को जल-संरक्षण के लिए साधने के प्रयास में लगी है।

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समिति के सदस्य स्कूलों में जाकर जहां बच्चों को जल संरक्षण की सीख दे रहे हैं, वहीं उनको जल-मित्र व जल-सखी बनाकर अपनी मुहिम में शामिल कर रहे हैं। अभियान में शामिल किए गए करीब आठ हजार बच्चे घर से लेकर स्कूल तक जल बचाने की मुहिम में किसी न किसी रूप में शामिल हैं। समिति के संयोजक सतपाल अहलावत व अध्यक्ष मुकेश जैन ने करीब सात साल पहले जल प्रदूषण रोकने व नदियों को बचाने के लिए जागरूकता अभियान छेड़ने का फैसला लिया था। तभी से वह जल प्रदूषण के सवाल को समाज के सभी वगरे के लोगों के बीच अभियान चलाए हुए हैं। उनके प्रयासों से अनेक लोग जल-संरक्षण की मुहिम से जुड़े हैं।

बकौल सतपाल अहलावत, प्रख्यात प्रर्यावरणविद् राजेंद्र सिंह व सुनीता नारायण के अभियानों ने भी उनको जल संरक्षण के प्रति प्रोत्साहित किया। उनके द्वारा कई शंकाओं का समाधान किए जाने के बाद दोगुनी उर्जा से इस अभियान में जुट गए। मुकेश जैन का कहना है कि भूजल व नदियों को बचाने के लिए सबसे पहले अपने स्तर पर पहल करनी होगी। हम जल की कीमत को समझें, जल बचाएं, उसे प्रदूषित होने से बचाने के लिए प्रयासरत रहें। जब हम खुद पानी के सवाल पर गंभीर होंगे, तभी दूसरों को प्रेरित कर सकेंगे।

शैक्षणिक संगठन भी जुड़े

सतपाल अहलावत के प्रयासों की बदौलत आज शहर की प्रमुख हस्तियां के साथ-साथ प्रमुख शिक्षण संस्थाएं जल-संरक्षण की मुहिम में जुटे हुए हैं। उनके द्वारा चलाए गए अभियान की बदौलत दो दर्जन से से ज्यादा शिक्षण संस्थाओं में रेन हार्वेस्टिंग प्लांट लगे हैं। उद्यमियों के साथ-साथ किसान भी इस मुहिम में शामिल हुए हैं।

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