'माइगवर्नमेंट' देश के बारे में सोचने वालों के लिए : रविशंकर
केंद्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि 'माइगवर्नमेंट साइट' उन लोगों के लिए है जो देश के विकास के बारे में सोचते हैं।
नई दिल्ली, आइएएनएस/प्रेट्र। केंद्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने 'माइगवर्नमेंट' प्लेटफार्म के दो साल पूरे होने पर नागरिकों के साथ आपसी संवाद के एक कार्यक्रम का आगाज किया। उन्होंने कहा कि 'माइगवर्नमेंट साइट' उन लोगों के लिए है जो देश के विकास के बारे में सोचते हैं।
उन्होंने कहा कि देश में 103 करोड़ मोबाइल यूजर हैं। लिहाजा, सरकार को उम्मीद है कि 10-15 करोड़ लोग 'माइगवर्नमेंट' साइट से जुड़ेंगे। रविशंकर प्रसाद ने शनिवार को कहा कि 'माइगवर्नमेंट' की पहल से जनता को सीधे तौर पर सरकार को सुशासन के लिए अपने सुझाव देने का मौका मिलता है। जो लोग देश के बारे में सोचते हैं और उसके विकास के लिए काम करते हैं, यह प्लेटफार्म ऐसे ही लोगों की भागीदारी के लिए है।
'स्पिरिट ऑफ पार्टीसिपेट्री डेमोक्रेसी विद मायगाव' के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए रविशंकर ने कहा कि वह चाहते हैं कि 'मायगावइंडिया' ऐसा मंच बने जहां उन आम लोगों की उपलब्धियों को पेश किया जाए जिन्हें टेलीविजन पर जगह नहीं मिलती।
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उन्होंने कहा कि देश के भविष्य को संवारने के लिए सुझाव भी नागरिकों से ही मिलने चाहिए। हमारी सरकार लोगों से जुड़ने का नया तरीका (तकनीकी इस्तेमाल) लेकर आई है।उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शनिवार को मिले 2000 दर्शक भी मायगाव प्लेटफार्म से ही चुने गए हैं। यह श्रोता 'माइगवरमेंट साइट' का नियमित रूप से उपयोग करते हैं। इन्हीं लोगों के अमूल्य सुझावों को ही सरकार ने अपने विभिन्न कार्यक्रमों में पिरोया है।
पीएम मोदी ने 'माइगवर्नमेंट साइट' को जुलाई 2014 में लांच किया था। ताकि बहुआयामी मुद्दों पर सार्थक चर्चा हो सके और लोग बेबाकी से अपनी राय और सुझाव दे सकें। इस साइट पर कई ग्रुप बने हैं जैसे- क्लीन गंगा, गर्ल चाइल्ड एजुकेशन, डिजिटल इंडिया, फूड सिक्योरिटी और हेल्दी इंडिया। फिलहाल 'माइगवर्नमेंट साइट' पर 35.20 लाख रेजिस्टर्ड सदस्य हैं।
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