भजीती से दुष्कर्म, गर्भवती हुई तो रेत दिया गला
मध्य जिला के आनंद पर्वत इलाके में रिश्ते को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। 18 साल की युवती को हवस का शिकार बनाने के बाद जब आरोपी चाचा को पता चला कि वह गर्भवती हो गई है तो लोकलाज व कानून से बचने के लिए उसने गर्भपात कराने
राकेश कुमार सिंह, नई दिल्ली। मध्य जिला के आनंद पर्वत इलाके में रिश्ते को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। 18 साल की युवती को हवस का शिकार बनाने के बाद जब आरोपी चाचा को पता चला कि वह गर्भवती हो गई है तो लोकलाज व कानून से बचने के लिए उसने गर्भपात कराने के बहाने रेलवे लाइन किनारे झाड़ियों में ले जाकर हसिया से युवती का गला रेत दिया।
युवती को मरा समझकर वह मौके से फरार हो गया, लेकिन युवती मरी नहीं थी। जैसे-तैसे वह झाड़ियों से बाहर आई तो लोगों ने उसे देख लिया। जिसके बाद उसके चाचा के कारनामे का भेद खुल गया। आनंद पर्वत थाना पुलिस ने आरोपी अनिरुद्ध के खिलाफ दुष्कर्म व हत्या के प्रयास की धाराओं में मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक, पीड़ित युवती व आरोपी बिहार के गया जिले के रहने वाले हैं। 30 वर्षीय अनिरुद्ध शादीशुदा है। उसके बच्चे भी हैं। आनंद पर्वत में वह परिवार के साथ रहता है और प्राइवेट नौकरी करता है। उसी के आसपास उसकी भतीजी (पीड़ित युवती) भी अपनी मां के साथ रहती है। वह पास के सरकारी स्कूल में नौवीं कक्षा में पढ़ती है। अनिरुद्ध उसकी देखरेख करता था। बीते जनवरी में उसने पहली बार भतीजी से शारीरिक संबंध बनाया। इसके बाद लगातार उसे हवस का शिकार बनाने लगा।
जून में जब युवती को गर्भवती होने का पता चला तो उसने चाचा को इसकी जानकारी दी। युवती की बात सुनकर उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। लोकलाज व कानून के शिकंजे से बचने के लिए उसने भतीजी की हत्या करने की योजना बनाई। इसके लिए उसने पहले घास काटने वाला हसिया खरीदा और इसके बाद 19 जून को युवती को कीर्ति नगर में जाकर निजी अस्पताल में गर्भपात कराने के लिए राजी किया। रात आठ बजे चाचा-भतीजी आनंद पर्वत से कीर्ति नगर के लिए निकल पड़े। लेकिन अस्पताल न जाकर अनिरुद्ध उसको रेलवे लाइन के किनारे झाड़ियों में ले गया। वहां मुंह दबाकर उसने हसिया से उसका गला रेत दिया।
युवती को मरा हुआ समझकर वह तुरंत वहां से फरार हो गया। कुछ घंटे बाद देर रात युवती को होश आया तो वह किसी तरह झाड़ियों से बाहर आई। तभी वहां से गुजर रहे राहगीरों की नजर उस पर पड़ी और उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी। कीर्ति नगर थाना पुलिस पीड़िता को मोती नगर स्थित आचारे भिक्षु अस्पताल ले गई, जहां से उसे दीनदयाल अस्पताल रेफर कर दिया गया। लेकिन वहां डॉक्टरों की हड़ताल होने की वजह से उसे एम्स रेफर कर दिया गया। जहां से बीते मंगलवार को उसे छुट्टी दे दी गई। पुलिस ने वारदात में उपयुक्त हसिया बरामद कर लिया है।
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