ई-रिक्शा से पहले चलेगी क्वाड्रीसाइकिल!
अब तिपहिया ई-रिक्शों से पहले शायद चौपहिया क्वाड्रीसाइकिल सड़कों पर दौड़ने लगें। दिल्ली हाईकोर्ट के ई-रिक्शा से पाबंदी हटाने से इन्कार के बाद सरकार के लिए इन्हें निकट भविष्य में नियमित करना मुश्किल हो गया है। दूसरी ओर सरकार अक्टूबर से क्वाड्रीसाइकिल चलाए जाने के संकेत पहले ही दे चुकी है। ई-रिक्
नई दिल्ली, [संजय सिंह]। अब तिपहिया ई-रिक्शों से पहले शायद चौपहिया क्वाड्रीसाइकिल सड़कों पर दौड़ने लगें। दिल्ली हाईकोर्ट के ई-रिक्शा से पाबंदी हटाने से इन्कार के बाद सरकार के लिए इन्हें निकट भविष्य में नियमित करना मुश्किल हो गया है। दूसरी ओर सरकार अक्टूबर से क्वाड्रीसाइकिल चलाए जाने के संकेत पहले ही दे चुकी है। ई-रिक्शा की तरह क्वाड्रीसाइकिल भी ऑटो रिक्शा के अस्तित्व के लिए खतरा है।
क्वाड्रीसाइकिलों को मोटराइज्ड चौपहिया वाणिज्यिक वाहनों की नई श्रेणी में शामिल करने का काम संप्रग कर गई है। इस संबंध में इस साल फरवरी में अधिसूचना जारी कर दी गई थी। अधिसूचना के मुताबिक, चार सीटर यात्री क्वाड्रीसाइकिल के लिए 450 किलोग्राम का अधिकतम वजन निर्धारित किया गया है। जबकि, कारगो क्वाड्रीसाइकिल के लिए यह सीमा 550 किलोग्राम है। चूंकि इसे केवल नगर सीमा के भीतर चलाने की इजाजत होगी और राजमार्गो पर चलाना प्रतिबंधित होगा, लिहाजा इसे 70 किलोमीटर से ज्यादा रफ्तार पर नहीं चलाया जा सकेगा। इसकी लंबाई ऑटो रिक्शा और कार के बीच की (यात्री वर्जन 3 मीटर, कारगो वर्जन 3.7 मीटर) होगी। क्वाड्रीसाइकिल पर आसान पहचान के लिए बड़े आकार में अंग्रेजी का 'क्यू' अक्षर लिखना आवश्यक होगा। आकार के अलावा इसमें बाकी चीजें कमोबेश छोटी कार जैसी होंगी। परंतु इन्हें कार जितना सुरक्षित नहीं माना गया है।
क्वाड्रीसाइकिल बनाने वाली कंपनियों में बजाज ऑटो को सबसे आगे माना जाता है। जिसने आरई60 नाम से अपनी क्वाड्रीसाइकिल पिछले ऑटो एक्सपो में प्रदर्शित की थी। लेकिन, इसे सड़कों पर किस नाम से लांच किया जाएगा, इसका कोई आधिकारिक एलान नहीं किया गया है। लेकिन, माना जा रहा है कि बजाज ऑटो त्योहारों के मौके पर इसे उतार सकती है। इसके पेट्रोल वर्जन को टेस्ट किया जा चुका है, जबकि सीएनजी वर्जन का परीक्षण चल रहा है। पेट्रोल वर्जन में इसे 35 किमी माइलेज देने में सक्षम पाया गया है। इसकी कीमत लगभग डेढ़ लाख रुपये बताई जाती है। जबकि, सीएनजी वर्जन इससे तीस हजार रुपये महंगा पड़ेगा। इसमें लगभग 200 सीसी का इंजन लगा है।
बजाज ऑटो के अलावा महिंद्रा एंड म¨हद्रा और पियाजियो के भी क्वाड्रीसाइकिल बाजार में उतरने की चर्चा है। टीवीएस मोटर्स ने क्वाड्रीसाइकिल बनाने का इरादा छोड़ दिया है। लेकिन, ऑटो रिक्शा के इंजन सप्लाई वाली कंपनी ग्रीव्ज कॉटन ने क्वाड्रीसाइकिल के लिए भी 265 सीसी का इंजन विकसित किया है। टाटा मोटर्स ने नैनो को नुकसान के मद्देनजर शुरू में क्वाड्रीसाइकिल को विरोध किया था। लेकिन, वाहन निर्माताओं के संगठन सियाम के आगे उसे चुप होना पड़ा।
पढ़े: पुख्ता कानून बनने तक ई-रिक्शा पर जारी रहेगी रोक: दिल्ली हाईकोर्ट