प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मिशन गुजरात, पांच महीने में तीसरा दौरा
प्रधानमंत्री ने कहा, 'कांडला लघु भारत है। मुख्यमंत्री रहते हुए कई बार कच्छ आया हूं. कच्छ की जमीन में एक अलग प्रकार की शक्ति है।
नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। इस साल के आखिर में होनेवाले गुजरात विधानसभा चुनाव से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी किस कदर मिशन गुजरात में लगे हुए हैं इस बात का अंदाजा उनके पांच महीने के अंदर किए गए तीसरे दौरे से लगा सकते हैं। वे जहां एक तरफ विरोधियों को ठिकाना लगाने में लगे हुए है तो वहीं दूसरी पार्टी को भी एक नई मजबूती देने की कोशिश कर रहे हैं।
कंडला है मिनी भारत
दो दिवसीय दौरे पर सोमवार को गुजरात पहुंचे पीएम मोदी ने बंदरगाह पर रैली को संबोधित किया। रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कंडला लघु भारत है। प्रधानमंत्री ने कहा, 'कांडला लघु भारत है. मुख्यमंत्री रहते हुए कई बार कच्छ आया हूं. कच्छ की जमीन में एक अलग प्रकार की शक्ति है। कच्छ के पास एक अलग तरह की ताकत है, जो दुनिया को अपनी ओर मैग्नेट की तरह खींचता है।' कंडला बंदरगाह पर कई योजनाओं का लोकार्पण करते हुए उन्होंने इस बंदरगाह को एशिया के प्रमुख बंदरगाहों में से एक बताया।
मोदी का मिशन गुजरात
मोदी व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सीधे तौर पर चुनाव की कमान अपने हाथ में ले ली है। मोदी अब तक उत्तर गुजरात , मध्य गुजरात , सौराष्ट्र , कच्छ के साथ अहमदाबाद सूरत राजकोट भरुच आदि शहरों में भी जनसभाएं कर चुके हैं। मोदी सीधे मुद्दे की बात कर रहे हैं, कच्छ के लिए पानी सबसे अहम है, इसलिए अपनी पूरी बात को इस पर सीमित रखा।
यह भी पढ़ें: जानें, क्यों दक्षिण भारत के अभिनेता ही बनते हैं सुपर हिट राजनेता
पीएम ने समझाया पानी का महत्व समझाया
पीएम मोदी ने कहा कि एक वक्त था जब कच्छ में पानी की भारी किल्लत थी। यहां के सोग बिना पानी जिंदगी गुजारने को मजबूर थे। पानी का महत्व यहां के लोगों को भलिभांति मालूम है। विराट समंदर.. मरुभूमि.. पहाड़ और पांच हजार साल पुरानी संस्कृति के सबूत.. कच्छ का स्वर्णिम इतिहास बयां करते हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया को देने के लिए कच्छ के पास बहुत कुछ है। आज इस छोटे से शहर में 1000 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट आ रहे हैं।
ईरान से जुड़ेगा कंडला
उन्होंने कहा कि विश्व में जारी प्रतिस्पर्धा में लाभ उठाने के लिए भारत के पास बेहतरीन बंदरगाहों का होना बहुत जरुरी है। कंडला बंदरगाह में वो क्षमता है जो भारतीय अर्थव्यवस्था को गति देने में महत्व रखती है। भारत ने अपनी जगह दुनिया के बड़े बंदरगाहों में बना ली है। उन्होंने कहा कि भारत के सहयोग से ईरान में विकसित किए जा रहे चाबहार बंदरगाह को कंडला बंदरगाह से जोड़ा जाएगा।
पीएम मोदी का यह तीसरा दौरा
प्रधानमंत्री मोदी का गुजरात में यह इस साल का तीसरा दौरा है। गुजरात में इसी साल के आखिर में विधानसभा का चुनाव होने जा रहा है। इससे पहले, सात अप्रैल को पीएम मोदी गुजरात दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने बोथाड में स्टेट गवर्नमेंट के सौनी प्रोजेक्ट के दूसरे फेज का उद्घाटन किया था। जबकि, उससे पहले 8 मार्च को मोदी गांधीनगर गए थे और उन्होंने पूरे देश से आई महिला सरपंचों के बीच भाषण दिया था। यह कार्यक्रम अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर हुआ था।
यह भी पढ़ें: पेट्रोल-डीजल से चलने वाली कारें है तो सावधान! नहीं मिलेगा पेट्रोल पंप