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तो क्या पीएम मोदी सेना के जवानों के साथ दिवाली नहीं मना पाएंगे?, दौरे पर संशय बरकरार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारत-चीन सीमा पर देश की सुरक्षा में डटे जवानों का हौसला बढ़ाने और उनके साथ दीवाली मनाने के लिए आने की चर्चाओं के बीच शासन और चमोली

By Abhishek Pratap SinghEdited By: Published: Sun, 30 Oct 2016 12:11 AM (IST)Updated: Sun, 30 Oct 2016 12:40 AM (IST)
तो क्या पीएम मोदी सेना के जवानों के साथ दिवाली नहीं मना पाएंगे?, दौरे पर संशय बरकरार

जागरण संवाददाता, गोपेश्वर (चमोली): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारत-चीन सीमा पर देश की सुरक्षा में डटे जवानों का हौसला बढ़ाने और उनके साथ दीवाली मनाने के लिए आने की चर्चाओं के बीच शासन और चमोली प्रशासन में पूरे दिन हलचल रही।

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हालांकि, शनिवार को प्रधानमंत्री यहां नहीं पहुंचे, पर सरकारी तंत्र अलसुबह से रात तक असमंजस में रहा। अब उनके रविवार को आने की सूचनाएं आ रही हैं। उनके बदरी विशाल के दर्शनों के लिए जाने की भी खबरें आ रही हैं, लिहाजा बदरीनाथ में भी गुपचुप तैयारी की जा रही है।

सूत्र बताते हैं कि पीएम संग राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और थलसेना अध्यक्ष दलबीर सिंह सुहाग भी होंगे। उत्तराखंड के गृह सचिव विनोद शर्मा व डीजीपी एमए गणपति ने बताया कि अभी तक उनके पास प्रधानमंत्री के दौरे की कोई आधिकारिक सूचना नहीं है। प्रधानमंत्री हर साल सीमा पर तैनात जवानों के बीच जाकर दीपावली की खुशियां बांटते आए हैं।

इस बार उत्तराखंड के सीमांत जिले चमोली के माणा गांव में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के जवानों के साथ दीपावली मनाने की योजना बताई जा रही है। चीन सीमा से लगा माणा गांव देश का आखिरी गांव है। यहां के लोगों में देशभक्ति कूट-कूटकर भरी है, शायद यह देश का अकेला गांव है, जहां आजादी का जश्न दीपावली की तरह मनाया जाता है।

बताया जा रहा है कि इसी के चलते पीएम ने इस गांव में आने का कार्यक्रम बनाया है। अपुष्ट सूचनाओं के अनुसार प्रधानमंत्री चमोली में गौचर हवाई पट्टी से पहले बदरीनाथ जाएंगे और फिर सीमावर्ती सुरक्षा चौकियों का निरीक्षण कर माणा गांव में आइटीबीपी के जवाानों संग दीपावली मनाएंगे। हालांकि प्रधानमंत्री के आने की आधिकारिक सूचना अभी किसी स्तर पर भी नहीं है, लेकिन राज्य सरकार और जिला प्रशासन शनिवार सुबह से ही तैयारी में जुटे हैं।

चमोली के जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन ने सुबह गौचर हवाई पट्टी का मुआयना किया। यहां छठी कुमाऊं रेजीमेंट और आइटीबीपी की आठवीं बटालियन की एक टुकड़ी दिनभर तैनात रही। इधर, बदरीनाथ धाम में भी पूरा दिन सुरक्षा पहलुओं पर कसरत चलती रही। प्रधानमंत्री के दौरे पर असमंजस से उत्पन्न तनाव सरकारी तंत्र पर साफ झलक रहा था। माणा स्थित आइटीबीपी की 23वीं बटालियन के कैंप में भी हलचल रही।

अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री के दौरे की आधिकारिक जानकारी नहीं है, लेकिन बताया गया है कि आइटीबीपी के डीजी का माणा गांव और सीमा चौकियों का दौरा प्रस्तावित है। इसी के मद्देनजर तैयारी की जा रही है।

हल्की बर्फबारी व बारिश की संभावना

प्रधानमंत्री के दौरे से पहले मौसम ने करवट ली है। मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ और स्थानीय कारकों के सक्रिय होने से चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, बागेश्वर व पिथौरागढ़ जनपदों में तीन हजार मीटर से अधिक ऊंचाई पर रविवार को हल्की बर्फबारी व बारिश की संभावना है। इस बीच बदरीनाथ धाम में शनिवार को बारिश हुई, जबकि कुमाऊं मंडल में मुनस्यारी की चोटियों पर बर्फ गिरी।

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