महाराष्ट्र नहीं, पाकिस्तान पर ध्यान दीजिए प्रधानमंत्री जी: शिवसेना
महाराष्ट्र और हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दलों के बीच एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप की होड़ सी लग गई है। पिछले दो दिनों से दोनों राज्यों में कई रैलियों को संबोधित कर प्रधानमंत्री ने सभी विपक्षी पार्टियों को निशाने पर लिया, तो भाजपा की पूर्व सहयोगी पार्टी शिवसेना भी तिलमिला गई और उसने भी शब्दभेदी वाण छोड़ने शुरू कर दिये। सेना प्रमुख
मुंबई। महाराष्ट्र और हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दलों के बीच एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप की होड़ सी लग गई है। पिछले दो दिनों से दोनों राज्यों में कई रैलियों को संबोधित कर प्रधानमंत्री ने सभी विपक्षी पार्टियों को निशाने पर लिया, तो भाजपा की पूर्व सहयोगी पार्टी शिवसेना भी तिलमिला गई और उसने भी शब्दभेदी वाण छोड़ने शुरू कर दिये। सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा है कि उन्हें महाराष्ट्र नहीं बल्कि पड़ोसी देश पाकिस्तान की क्रूरता रोकने पर ध्यान देना चाहिए।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' में मोदी पर जमकर निशाना साधा है। सामना में छपे संपादकीय में सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने लिखा है कि मोदी सरकार सीमा पार से लगातार हो रही फायरिंग को रोकने में नाकामयाब साबित हो रही है। अखबार ने लिखा है कि देश की रक्षा करने के लिए सिर्फ छप्पन इंच के सीने की ही जरूरत नहीं होती बल्कि दृढ़ संकल्प के साथ एक मजबूत इच्छा शक्ति भी होना अनिवार्य है।
दरअसल, लोकसभा चुनाव के दौरान अपनी रैलियों में नरेंद्र मोदी लगातार ये बात कहते रहे हैं। सेना ने कहा है कि 'प्रधानमंत्री जी हम महाराष्ट्र की राजनीति पर बाद में भी बात कर सकते हैं, लेकिन अभी ज्यादा महत्वपूर्ण है पड़ोसी देश की क्रूरता का मुंहतोड़ जवाब देना। फिलहाल देश की सुरक्षा के लिए आपको छप्पन इंच का सीना और पाकिस्तान की नापाक हरकतों पर उसे सबक सिखाने की जरूरत है।'
गौरतलब है कि एक अक्टूबर से अब तक सीमा पार से लगातार हो रही गोलीबारी में सात लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 60 लोग घायल हो गए हैं। इतना ही नहीं फायरिंग की वजह से बॉर्डर के ग्रामीणों में भी दहशत का माहौल पैदा हो गया। अब तक बॉर्डर के गांवों से 16 हजार से ज्यादा लोग अपना घर छोड़ सुरक्षित ठिकानों की तलाश में जा चुके हैं।
पढ़ें: महाराष्ट्र को कोई बांट नहीं सकता : मोदी
पढ़ें: क्षेत्रीय दलों के लिए सिरदर्द बने भाजपा के टीवी विज्ञापन