अलगाववादियों के बंद के बीच मोदी आज कश्मीर में
अलगाववादियों और आतंकी संगठनों के बंद के आह्वान के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बाढ़ पीड़ितों के साथ दीवाली मनाने के लिए गुरुवार को कश्मीर पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री के दौरे को देखते हुए पूरी वादी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। प्रधानमंत्री के दीवाली के दिन कश्मीर में ही रहने से बे
जागरण ब्यूरो, श्रीनगर। अलगाववादियों और आतंकी संगठनों के बंद के आह्वान के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बाढ़ पीड़ितों के साथ दीवाली मनाने के लिए गुरुवार को कश्मीर पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री के दौरे को देखते हुए पूरी वादी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। प्रधानमंत्री के दीवाली के दिन कश्मीर में ही रहने से बेशक बाढ़ प्रभावित कश्मीरी अवाम खुश है, लेकिन अलगाववादी खेमा परेशान है। कट्टरपंथी गिलानी ने जहां इस दौरे को सांस्कृतिक हमला करार दिया है तो हुर्रियत कांफ्रेंस के प्रमुख मीरवाईज उमर फारूक ने कहा कि दिल्ली में बैठे हुक्मरान अपने सियासी स्वार्थो के लिए आ रहे है। गिलानी ने 23 अक्टूबर को कश्मीर बंद के अपने एलान को आज एक बार फिर दोहराते हुए कहा कि मोदी कश्मीर में दीवाली मनाने आ रहे हैं। वह कश्मीर में सिर्फ हिंदुत्व के एजेंडे को बढ़ाने के लिए आ रहे हैं। वह हमारे जख्मों पर नमक छिड़कने आ रहे हैं। मोदी को कश्मीरियों की तकलीफ से कोई सरोकार नहीं है। अगर उन्हें वाकई कश्मीरियों की तकलीफ का अहसास होता तो वह दीवाली के दिन कश्मीर आने का ड्रामा करने के बजाय विदेशी संगठनों को कश्मीर में राहत कार्य करने की इजाजत देते।
जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के चेयरमैन मोहम्मद यासीन मलिक ने कहा कि यह एक चुनावी स्टंट है। उन्हें ईद पर कश्मीरियों का ध्यान क्यों नहीं आया।
मोदी राहत व पुनर्वास कार्यो की समीक्षा के साथ राजभवन में बाढ़ प्रभावितों व विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों से भी मुलाकात करेंगे। मोदी के दौरे से पहले बुधवार को प्रधानमंत्री कार्यालय के केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह भी श्रीनगर पहुंच गए। मोदी दोपहर को श्रीनगर एयरपोर्ट पहुंचेंगे। मोदी मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के साथ राज्य प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक को संबोधित करेंगे और बाढ़ प्रभावित कश्मीर में जारी राहत कार्याें का जायजा भी लेंगे। इसके बाद मोदी राजभवन में राज्यपाल एनएन वोहरा से मुलाकात करेंगे। प्रधानमंत्री लालचौक में दुकानदारों से भी मिल सकते हैं। यह पहली बार है, जब देश का कोई प्रधानमंत्री कश्मीर के लोगों के साथ दीवाली मनाएगा।