तेलंगाना: होटल के कमरों से दी जा रही थी मेडिकल प्रवेश परीक्षा
तेलंगाना में मेडिकल एंट्रेस एग्जाम घोटाला मामले में पुलिस ने कहा कि छात्रों ने होटलो में बैठकर ही परीक्षा दी थी।
हैदराबाद। तेलंगाना अपराध जांच ब्यूरो (सीआईडी) ने दावा किया है कि इंजीनियरिंग, कृषि और मेडिकल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (EAMCET- 2) के पेपर लीक होने के पीछे एक रैकेट का हाथ है। अभी तक इस मामले में सात आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
एनडीटीवी में छपी खबर के मुताबिक, पुलिस की जांच में पता चला है कि 70 से ज्यादा छात्रों ने तेलंगाना से मुंबई, बेंगलुरु और आंध्र प्रदेश के लिए फ्लाइट पकड़ी थी। छात्रों ने इन शहरों के होटलों से ही प्रश्न पत्रों को हल किया था।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि सभी छात्र परीक्षा से कुछ ही देर पहले अपने घर लौटे थे। छात्रों को इस एग्जाम में काफी अच्छे अंक मिले थे। पुलिस का कहना है कि छात्रों ने परीक्षा से पहले प्रश्न पत्रों को हासिल करने के लिए 10 से 30 लाख रुपये दिए थे।
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राज्य के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने इस सिलसिले में आज एक बैठक बुलाई है। बैठक में फैसला लिया जाएगा कि परीक्षाएं दोबारा होंगी या नहीं।
वहीं तेलंगाना पुलिस को उम्मीद है कि मामले में जल्द ही कुछ और गिरफ्तारियां होंगी। पुलिस का मानना है कि प्रश्नपत्रों को दिल्ली की एक प्रिंटिंग प्रेस से लीक किया गया था।
एक छात्र अखिलेश्वर रेड्डी ने बताया कि कुछ एजेंट ने उससे संपर्क किया था। "उन्होंने कहा था मुझे 25 लाख रुपये देने होंगे जिसके बाद मुझे वो ऐसी जगह ले जाएंगे जहां मुझे प्रश्न पत्र और उनके जवाब मिल जाएंगे।''
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