पंपोर में आतंकियों को मारने वाला कौन..., आर्मी और सीआरपीएफ में होड़
सीआरपीएफ सूत्रों ने आरोप लगाया कि इंडियन आर्मी पंपोर हमले के दौरान मारे गए आतंकियों का क्रेडिट लेने की कोशिश में लगा है।
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के पंपोर में शनिवार को हुए गोलीबारी में दो आतंकी मारे गए और 8 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए। इस घटना के कुछ ही घंटो बाद ‘आतंकियों को किसने मारा’ मामले पर दूसरा घमासान पैरामिलिट्री फोर्स और आर्मी के बीच शुरु हुआ। सीआरपीएफ के सूत्रों ने आरोप लगाया कि आर्मी आतंकियों के मारने का क्रेडिट लेने में जुटी है और इसके लिए आतंकियों के शव पर पड़े हथियारों को भी हटा कर ले गयी, और कैंप में इन हथियारों के साथ सेल्फी भी ले रहे थे बाद में मांगे जाने पर वापस किया।
सूत्रों के अनुसार एनकाउंटर के कुछ घंटों के भीतर इंडियन आर्मी ने ट्वीट किया कि सीआरपीएफ के दल पर हमला करने वाले आतंकियों को आर्मी ने मार गिराया। लेकिन सीआरपीएफ ने विरोध जताया और आर्मी को कहा कि इस पूरे साजिश को खत्म करने में सीआरपीएफ के जवान जुटे थे। इसके बाद आर्मी ने दूसरा ट्वीट किया जिसमें आतंकियों की हत्या को ‘ज्वाइंट ऑपरेशन’ बताया। लेकिन सीआरपीएफ ने इस पर भी प्रतिरोध किया और फिर आर्मी ने अंतिम ट्वीट किया जिसमें पूरा क्रेडिट सीआरपीएफ को दिया।
सीआरपीएफ के अधिकारी ने बताया, ‘जब हमारे सीनियर ऑफिसर घटनास्थल पर पहुंचे तो वहां से हथियार गायब था। यह गंभीर विषय था क्योंकि हम बिना किसी बरामदगी के हम दो लोगों के मारे जाने की घटना का ब्यौरा कैसे देते। हमने उनसे तुरंत हथियारों को लौटाने के लिए कहा। इसके तीन घंटे बाद हमें हथियार वापस मिला।‘ उन्होंने यह भी दावा किया कि आर्मी कैंप में अधिकारी इन हथियारों के साथ सेल्फी ले रहे थे।
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इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, इन आरोपों की प्रतिक्रिया में दिल्ली के आर्मी मुख्यालय से कहा गया, ‘एनकाउंटर में 8 सीआरपीएफ जवान के मौत और 20 से अधिक के घायल हो गए। दो आतंकी मारे गए। कानून के अनुसार, मारे गए आतंकियों और हथियारों को जम्मू कश्मीर पुलिस को देना था।‘
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