Move to Jagran APP

पठानकोट हमला: पाक JIT ने NIA के साथ साझा किए जांच के विवरण

पठानकोट हमले की जांच के लिए भारत आए पाकिस्तान के संयुक्त जांच दल ने बताया कि हमले के कुछ संदिग्धों को हिरासत में ले लिया गया है।

By anand rajEdited By: Published: Wed, 30 Mar 2016 12:38 PM (IST)Updated: Wed, 30 Mar 2016 09:00 PM (IST)

नई दिल्ली। पठानकोट हमले की जांच के लिए भारत आए पाकिस्तान के संयुक्त जांच दल ने बताया कि हमले के कुछ संदिग्धों को हिरासत में ले लिया गया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी(एनआईए) के डीजी शरद कुमार ने कहा कि मामले को लेकर पाक जेआईटी द्वारा की जांच से जुड़े विवरण साझा किए हैं। लेकिन उन्हें सार्वजनिक नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि कल गवाहों की जांच की जाएगी।

loksabha election banner

पाक जाएगी NIA

पठानकोट एयरबेस पर हमला मामले में नेशनल इन्वेशटिगेशन एजेंसी (NIA) ने जांच के लिए पाकिस्तान जाने की इजाजत मांगी है। एनआइए ने जांच के लिए पाकिस्तान से भारत आए ज्वाइंट इन्वेशटिगेशन टीम (JIT) से पाकिस्तान जाने की इजाजत देने की मांग की है। एनआइए के डीजी शरद कुमार ने इसकी पुष्टि की है।

पठानकोट हमला मामले में एनआइए पाकिस्तान जाकर जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर और उसके भाई रउफ से पूछताछ कर हमले में उनकी भूमिका की जांच करना चाहती है। बुधवार को पाकिस्तान जेआइटी पठानकोट से जांच कर दिल्ली स्थित एनआइए हेडक्वार्टर पहुंची। आज एनआइए और जेआइटी के अधिकारी अभी तक हुई जांच पर बातचीत करेंगे।

ये भी पढ़ेंः पाक JIT ने न तो आंतकियों के शव देखे और न फुटप्रिंट वाली जगह गई

एनआइए पूछ सकती है ये सवाल

एनआइए का सबसे बड़ा सवाल यह होगा कि पाकिस्तान में बैठे पठानकोट हमले के मास्टरमाइंड और जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर और उसके भाई राउफ को लेकर अभी तक क्या कार्रवाई की गई है?

अभी तक जो सबूत आतंकियों से मिले हैं उस पर पाकिस्तान किस तरह से कार्रवाई करेगा?

ये भी पढ़ेंः आतंकियों के दीवार फांदकर अंदर जाने की जगह से JIT को ले गए एयरबेस में


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.