राम शंकर कठेरिया के विवादित बयान पर बवाल, मुस्लिमों का दिल्ली में प्रदर्शन
भारतीय जनता पार्टी के सांसद और शिक्षा राज्यमंत्री रामशंकर कठेरिया के आगरा में दिए विवादित बयान से हंगामा मच गया है। दरअसल कठेरिया ने वीएचपी कार्यकर्ता की शोकसभा में कहा था कि हमें खुद को ताकतवर बनाना होगा और उनके खिलाफ जंग छेड़नी होगी वर्ना हमें दूसरा साथी भी खोना
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के सांसद और शिक्षा राज्यमंत्री रामशंकर कठेरिया के आगरा में दिए विवादित बयान से हंगामा मच गया है। दरअसल कठेरिया ने वीएचपी कार्यकर्ता की शोकसभा में कहा था कि हमें खुद को ताकतवर बनाना होगा और उनके खिलाफ जंग छेड़नी होगी वर्ना हमें दूसरा साथी भी खोना पड़ेगा। उनके विवाद बयान को लेकर मुस्लिम संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया है।
इसे लेकर अब विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर हो गया है और संसद में मुद्दा उठाने की बात कही है। कुछ दिन पहले आगरा में वीएचपी कार्यकर्ता अरुण माहौर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस पर यहां भारी बवाल मचा था और भारी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई थी। पुलिस ने मुख्य आरोपी सहित 3 लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया था।
इस सभा को संबोधित करते हुए कठेरिया ने कहा, ‘हिंदू समुदाय के खिलाफ यह षड्यंत्र किया जा रहा है, इसे पहचानने के लिए हमें अलर्ट रहना होगा और खुद को मजबूत करना होगा। हमें इसके खिलाफ लड़ना होगा, क्योंकि अगर अब हम इसे नहीं करते हैं तो आज हमने एक अरुण को खोया है और कल कोई दूसरा अरूण होगा… हत्यारों को भी मरना होगा, हमें ऐसा उदाहरण पेश करना होगा।’
वहीं सभा को संबोधित करते हुए बाबू लाल ने कहा, ‘अगर मुस्लिमों के दिमाग में कुछ है तो फिर एक रेखा खींचिए और फिर आप हिंदू समुदाय की ताकत देखेंगे।’
माहौर की हत्या के आरोपियों के लिए फांसी की मांग करते हुए कठेरिया ने कहा कि उनका मंत्री पद उनको रोकने के लिए नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि “प्रशासन सोचता है कि मैं मंत्री बन गया, मेरे हाथ बंध गए हैं।” उन्होंने कहा कि हम अपनी कॉलोनियों में इस अभियान को जारी रखेंगे और जरूरत पड़ी तो सड़कों पर भी उतरेंगे। सभा में मौजूद फतेहपुर सिकरी से बीजेपी सांसद बाबूलाल ने मुसलमानों के साथ खुली जंग का आह्वान करते हुए कहा कि “हमें आजमाने की कोशिश मत करो हम अपने समुदाय की बेइज्जती बर्दाश्त नहीं करेंगे।
हम किसी कीमत पर अशांति नहीं चाहते हैं, लेकिन आप हिंदुओं को आजमाने की कोशिश करोगे, तो हम मुसलमानों की एक तारिख तय कर देंगे”।
हालांकि कठेरिया ने इस पर सफाई देते हुए कहा है कि मैंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया। नौजवान की पूजा करते समय दिनदहाड़े गोली मार कर हत्या कर दी गई। शोकसभा थी और उसमें सभी आए थे, कई और दलों के भी थे। लेकिन जैसा एक अंग्रेजी अखबार में छपा है वो पूरी तरह से गलत लिखा है। मैं वकील से सलाह लेकर नोटिस दूंगा।
मैंने सिर्फ इतना कहा था कि हिंदू समाज को अपनी रक्षा के लिए इकट्ठा होना होगा। मैंने किसी से बदला लेने की बात नहीं की, न किसी समुदाय का नाम लिया। फांसी की मांग जरूर मैंने की है। पूरे यूपी में कानून व्यवस्था बेहद खराब है। पुलिस जांच कर रही है, पुलिस को भी बधाई की उन्होंने हत्यारों को गिरफ्तार किया है। कोई बीजेपी का मंत्री इस तरह के बोल नहीं बोलेगा जिससे अशांति हो।
इसे लेकर सरकार पर हमला बोलते हुए जेडीयू सांसद केसी त्यागी ने कहा कि आगरा में जो हत्या हुई उसमें नामजद लोगों के खिलाफ कार्रवाई हुई है। लेकिन विहिप, आरएसएस औऱ बीजेपी के लोग अपनी भाषा से माहौल को विषाक्त कर रहे हैं।
वहीं कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि किसी ने अगर अपराध किया है तो उसको सजा होनी चाहिए। लेकिन उस पर इस तरह की भड़काऊ बयानबाजी, किसी समुदाय के खिलाफ बोलना सही नहीं है। ऐसे मंत्री को तुरंत मंत्रिमंडल से बर्खास्त करना चाहिए।
इसके साथ ही समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव ने कहा कि ये देशविरोधी बयान है और उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए और ऐसे मंत्री को मंत्रिमंडल में रहने का कोई हक नहीं है।