व्यापमं घोटाले में संघ का कोई सदस्य नहीं, पुलिस ने दी क्लीन चिट
व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) भर्ती घोटाले में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पदाधिकारियों का नाम सामने आने के बाद पुलिस मुख्यालय ने सफाई पेश की है। मुख्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि पूर्व सरसंघ चालक के सुदर्शन एवं सह सरकार्यवाहक सुरेश सोनी का घोटाले से कोई संबंध नहीं है। इनका नाम घसीटा जाना बेवजह है।
भोपाल। व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) भर्ती घोटाले में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पदाधिकारियों का नाम सामने आने के बाद पुलिस मुख्यालय ने सफाई पेश की है। मुख्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि पूर्व सरसंघ चालक के सुदर्शन एवं सह सरकार्यवाहक सुरेश सोनी का घोटाले से कोई संबंध नहीं है। इनका नाम घसीटा जाना बेवजह है।
पुलिस के मुताबिक घोटाले के संबंध में उपलब्ध दस्तावेजों और व्यापमं की हार्डडिस्क में उपलब्ध डाटा में ऐसी कोई जानकारी सामने नहीं आई है। जिससे पूर्व सरसंघ चालक व सुरेश सोनी की संलिप्तता जाहिर हो। पुलिस मुख्यालय ने कहा कि केएस सुदर्शन का लंबी अस्वस्थता के बाद प्रदेश से बाहर रायपुर में 15 सितंबर 2012 को निधन हो गया था, जबकि परीक्षा सात अक्टूबर 2012 को हुई और परिणाम 18 अक्टूबर 2012 को घोषित किए गए। ऐसे में घोटाले के साथ उनका नाम जोड़ा जाना सही नहीं है। जबकि सुरेश सोनी के खिलाफ मामले में कोई सुबूत नहीं मिले हैं।
पूर्व सरसंघ चालक का नाम आने पर पुलिस मुख्यालय ने दी सफाई
व्यापमं के पूर्व चीफ सिस्टम एनालिस्ट नितिन महिंद्रा पूर्व असिस्टेंट सिस्टम एनालिस्ट अजय सेन और पूर्व उप परीक्षा नियंत्रक एवं वित्त अधिकारी अशोक मिश्र के खिलाफ ईओडब्ल्यू ने अदालत में चालान पेश किया। व्यापमं से इनके खिलाफ अनुमति नहीं मिलने से पिछले दस साल से ईओडब्ल्यू चालान पेश नहीं कर पा रही थी। तीनों पर कंप्यूटर समेत अन्य उपकरणों की खरीद में आर्थिक अनियमितता का आरोप है।