POK में लोगों को नहीं है बोलने तक की आजादी, हो रहा शोषण: शौकत अली कश्मीरी
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में महिलाओं को अभिव्यक्ति की भी आजादी नहीं है। यहां पर अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर जश्न मना रही महिला को आतंकियों ने धमकी दी है।
जिनेवा (एएनआई)। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में लोगों की आजादी पर कितनी बंदिशें हैं इसकी कलई एक बार फिर से खुलकर सामने आई है। इस बार यूनाइटेड कश्मीर प्यूपिल नेशनल पार्टी के नेता शौकत अली कश्मीरी ने इसका जिक्र जिनेवा में किया है। अपने एक संबोधन में उन्होंने साफतौर पर पीओके को लेकर पाकिस्तान की तीखी आलोचना की है। इसके अलावा उन्होंने वहां पर मौजूद लश्कर के आतंकियों का सच एक बार फिर से दुनिया के सामने रखा है।
उनका कहना है कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में लोगों को बोलने की आजादी नहीं है। वहां पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता कई बंदिशें हैं, जिनसे वहां के लोग बुरी तरह से त्रस्त हैं। अपने संबोधन में उन्होंने इसको साबित करने के लिए एक वाकये का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके एक महिला द्वारा मनाया गया जश्न वहां के आतंकियों को इस कदर नागवार गुजरा की इसके लिए जान से मारने की धमकी तक दे डाली। उन्होंने बतााया कि पीओके में इस महिला द्वारा मनाए गए जश्न की फोटो को एक छात्र ने सोशल साइट पर पोस्ट किया था, जिसके बाद उसके घर पर लश्कर के आतंकियों ने धावा बोल दिया और उसको जान से मारने की धमकी तक दे डाली।
यह पहला मौका नहीं है कि जब पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में इस तरह की घटनाएं हुई हों। इससे पहले कई मौकों पर यहां के लोगों को उनके द्वारा उठाई गई आवाज को लेकर आतंकियों से धमकियां मिलती रही हैं। इतना ही नहीं पाकिस्तान सरकार और यहां की सेना से त्रस्त आ चुके लोगों ने कई बार खुलेतौर पर इसके खिलाफ आवाज उठाई है। इन लोगों ने कई बार खुलेतौर पर पाक सरकार और सेना द्वारा उनके साथ अमानवीय व्यवहार करने का भी आरोप लगाया है। इसके अलावा वह भी कई बार खुलेतौर पर वहां पर आतंकियों संगठनों की मौजूदगी और वहां चलाए जा रहे आतंकी शिविरों की बात कह चुके हैं।
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