पठानकोट हमला: मसूद समेत चार के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी
पठानकोट हमले को लेकर मोहाली के विशेष एनआइए अदालत से मसूद अजहर, उसके छोटे भाई अब्दुल रउफ व दो अन्य आतंकियों की गिरफ्तारी का गैर जमानती वारंट जारी किया है। इसी के साथ इन चारों के खिलाफ इंटरपोल का रेड कार्नर नोटिस जारी करने का रास्ता साफ हो गया है।
नीलू रंजन/रोहित,नई दिल्ली/मोहाली। जैश-ए-मुहम्मद सरगना मसूद अजहर के मुद्दे पर पाकिस्तान डाल-डाल तो भारत पात-पात। पाकिस्तान चीन की मदद से मसूद अजहर के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र का प्रतिबंध रुकवाने में भले ही सफल रहा हो, लेकिन भारत अब एक कदम आगे बढ़ते हुए इंटरपोल जाने की तैयारी में जुट गया है। पठानकोट हमले को लेकर मोहाली के विशेष एनआइए अदालत से मसूद अजहर, उसके छोटे भाई अब्दुल रउफ और दो अन्य आतंकियों की गिरफ्तारी का गैर जमानती वारंट जारी किया गया है। इसी के साथ इन चारों के खिलाफ इंटरपोल का रेड कार्नर नोटिस जारी करने का रास्ता साफ हो गया है।
एनआइए की मोहाली स्थित विशेष अदालत ने शुक्रवार को आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर और उसके छोटे भाई अब्दुल राउफ के साथ दो हैंडलरों कासिफ जान और शाहिद लतीफ के खिलाफ गैर जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है। एनआइए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पठानकोट आतंकी हमले में इन चारों के खिलाफ पुख्ता सुबूत हैं। इन सुबूतों के आधार पर अदालत में 15 दिन पहले ही गिरफ्तारी वारंट जारी करने की अर्जी लगा दी गई थी। लेकिन पाकिस्तान के संयुक्त जांच दल (जेआइटी) के दौरे को देखते हुए इसे रोककर रखा गया था।
उम्मीद थी कि भारत से मिले सुबूतों के आधार पर पाकिस्तान आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी और एनआइए की टीम को उनसे पूछताछ करने की इजाजत भी देगी। लेकिन टीम के वापस लौटने के बाद पाकिस्तान जिस तरह पीछे हटा है, उससे साफ है कि वह आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं चाहता। यही नहीं, संयुक्त राष्ट्र में चीन की मदद से मसूद अजहर को बचाने की भी कोशिश की।
पाकिस्तान की चाल को देखते हुए एनआइए ने अब मसूद अजहर व अन्य आरोपियों के खिलाफ इंटरपोल का रेड कार्नर नोटिस जारी करने का फैसला किया है। लेकिन इसके लिए आरोपियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जरूरी था। गैर जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद एनआइए इंटरपोल से इन आरोपियों के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी करने का अनुरोध करेगा। वहीं भारत मसूद अजहर के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र में प्रतिबंध लगाने के मामले में चीन पर कूटनीतिक दबाव बनाने में जुटा है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि चीन इसपर पुनर्विचार के लिए तैयार भी हो गया है। वह संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव की भाषा में कुछ संशोधन चाहता है। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जल्द ही संशोधित ड्राफ्ट संयुक्त राष्ट्र में पेश कर अजहर मसूद पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध लगाने की कोशिश होगी।
गौरतलब है कि पिछले दिनों पाकिस्तान से संयुक्त जांच दल हमले की जांच के लिए पठानकोट आया था। हालांकि जांच के बाद जेआईटी ने कहा था कि पठानकोट में ऐसे कोई सबूत नहीं मिले जो यह साबित कर सकें कि हमले में पाकिस्तानी सरजमीं का इस्तेमाल हुआ।
इस साल की शुरुआत में पठानकोट वायुसेना बेस पर हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षा बलों और हमलावरों के बीच तकरीबन 3 दिनों तक गोलीबारी चलती रही थी। इस घटना में सात जवान और चार आतंकी मारे गए थे।